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रायबरेली में साल 1967 और 2004 जैसा बना माहौल, प्रियंका लड़ सकती हैं चुनाव

रायबरेली

प्रियंका गांधी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ती हैं तो दादी इंदिरा गांधी और मां सोनिया गांधी की तरह इस सीट से वह अपना पहला चुनाव लड़ेंगी। साल 1967 में इंदिरा गांधी ने अपना पहला चुनाव और साल 2004 में सोनिया गांधी ने अपना पहला चुनाव यूपी की रायबरेली सीट से लड़ा था।

उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट पर कांग्रेस पार्टी ने अभी तक अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है, इस सीट पर कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ सकती हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने भी अब तक इस सीट पर किसी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। रायबरेली में इस समय वही हालात हैं जो साल 1967 में इंदिरा गांधी के लिए बने और 2004 में सोनिया गांधी के लिए बने थे।

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर रणनीतिकारों ने तैयारी शुरू कर दी है। ब्लॉक से लेकर गांव तक कार्यकर्ता और पदाधिकारी बैठक करने के साथ चौपाल लगा रहे हैं। केंद्रीय नेतृत्व ने भले ही प्रियंका गांधी के नाम को अभी फाइनल नहीं किया है, लेकिन उनके यहां से चुनाव लड़ने की चर्चा तेज है।

बूथों पर पांच न्याय और 25 गारंटी की हो रही बात
कांग्रेस संगठन जिले के 1800 से ज्यादा बूथों पर अपनी ताकत लगा रही है। इसका कारण यह है कि भाजपा भी बूथ जीतने की रणनीति पर चल रही है। कांग्रेस कार्यकर्ता एक-एक मतदाता के नाम और उसके जातीय गणित का हिसाब रख रहे हैं। कांग्रेस के एजेंडे को बूथों पर प्रचारित भी किया जा रहा है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में पांच न्याय और 25 गारंटी की बात की है और जिला कांग्रेस समिति इसी पर फोकस कर रही है।

भाजपा को भी कांग्रेस के पत्ते खुलने का इंतजार
प्रियंका गांधी का नाम जब से रायबरेली में चला है, तब से भाजपा भी कांग्रेस के उम्मीदवार का नाम सामने आने का इंतजार कर रही है। पार्टी के जानकार इस कारण किसी भी प्रत्याशी के नाम की चर्चा तक नहीं कर रहे हैं।


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