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सऊदी अरब ने एक दिन में 81 को दी फांसी; मर्डर, हत्या, आतंकी संगठन से संबंध और कई अपराधों में थे संलिप्त l ऑनलाइन बुलेटिन

नई दिल्ली | (वर्ल्ड बुलेटिन) | सऊदी अरब ने दुष्कर्म, हत्या, पूजास्थलों पर हमला, आतंकवादियों से संबंध जैसे कई संगीन अपराधों में शामिल 81 लोगों को एक ही दिन में फांसी की सजा दी है। स्थानीय सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबिक शनिवार को सऊदी अरब के आंतरिक मंत्रालय ने इन सभी लोगों को फांसी दी है। इनमें से कई खूंखार आतंकवादी संगठन आईएसआईएस और अल-कायदा के साथ काम करते थे तो कई अन्य हत्या तथा दुष्कर्म जैसी घटनाओं में शामिल थे।

 

मौत की यह सजा सऊदी के रहने वालों के अलावा कुछ विदेशियों को भी दी गई है। इनमें से ज्यादातर यमन के रहने वाले थे। यह सभी धार्मिक स्थलों और सरकारी संस्थानों को निशाना बनाने, सुरक्षा अधिकारियों की हत्या करने, माइंस बिछाने, अपहरण, टॉर्चर करने और रेप तथा हथियारों की डकैती जैसे अपराधों में संलिप्त थे। इसके अलावा इसमें देश में गड़बड़ी फैलने के उद्देश्य से हथियारों की तस्करी करने वाले भी शामिल थे।

 

अदालत में ट्रायल के बाद इन सभी अपराधियों को अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। मंत्रालय ने बताया कि अपीलीय अदालत और सुप्रीम कोर्ट ने इन सभी को मिली मौत की सजा पर मुहर लगाई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अदालत ने निर्देश दिया था कि इन सभी मौत की सजा दी जाए।

 

जिन लोगों को मौत की सजा दी गई उनमें एक यमन का नागिरक भी शामिल था। वो आईएसआईएस के साथ काम करता था और उसने एक सुरक्षा अधिकारी की हत्या कर दी थी। इसके अलावा सऊदी के रहने वाले दो लोगों को आईएसआईएस का साथ देने का दोषी पाया गया है। इन लोगों ने दो सुरक्षा अधिकारियों की हत्या की थी और इनकी योजना राजधानी में आम नागरिकों तथा विदेशियों को निशाना बनाने की थी।

 

इसके अलावा यमन के रहने वाले अन्य तीन लोगों को दो सुरक्षा अधिकारियों की हत्या, आतंकी संगठन से संबंध रखने और हथियारों की तस्करी करने का दोषी पाया गया था। सऊदी के एक नागरिक को किडनैप करने, टॉर्चर करने, सुरक्षा अधिकारी की हत्या करने और आतंकवादी सेल बनाने का दोषी पाए जाने के बाद सजा दी गई है।

 

दो सऊदी लोगों को अपनी मां की हत्या करने और पिता तथा भाई की हत्या करने की कोशिश करने का दोषी पाया गया था। इसके अलावा अन्य कई सऊदी और सीरिया के रहने वाले नागरिकों को आतंकवादी सेल बनाने, आईएसआईएस से संबंध रखने और पुलिस थानों पर हमला करने के आरोप में सजा दी गई है।

 


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