शरद पूर्णिमा की रात ….

🔊 Listen to this ©अशोक कुमार यादव (शिक्षक) परिचय- मुंगेली, छत्तीसगढ़.   आसमान सजी है तारों की लड़ी से, रहस्यमय चन्द्रमा की सोलह कलाएँ। वृंदावन में कान्हा ने रासलीला रचाई, नाच रही गोपियाँ बनकर अप्सराएँ।।   चाँदनी, मणि की आभा बिखेर रही, श्वेत हीरक धूमिल है इसके समक्ष। साधक, संयमी भाव से व्रत करता, स्वर्णिम … Continue reading शरद पूर्णिमा की रात ….