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रमेश बिधूड़ी के टिकट कटने का दर्द उनके बयानों में झलक रहा, इशारों इशारों में अपना दर्द बयां किया

नई दिल्ली
बीजेपी ने लोकसभा चुनावों के लिए कल 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इसमें कई मौजूदा सांसदों का पत्ता साफ करते हुए नए चेहरों को मौका दिया गया है। दिल्ली में भी केवल मनोज तिवारी को छोड़कर 4 सीटों पर नए उम्मीदवार खड़े किए गए हैं। इनमें दक्षिण दिल्ली सीट से रमेश बिधूड़ी का नाम भी शामिल है। पार्टी ने उनकी जगह बदरपुर से चार बार के विधायक और विधानसभा में केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले रामवीर बिधूड़ी को मौका दिया है। बताया जा रहा है कि रमेश बिधूड़ी के विवादों में घिरे रहने के चलते उनका पत्ता साफ किया गया है। ऐसे में अब टिकट कटने का दर्द उनके बयानों में झलक रहा है। इस बारे में जब उनसे बात की गई तो उन्होंने इशारों इशारों में अपना दर्द बयां किया और कहा कि कई बार बाहर से आए मेहमानों के लिए नई चादर बिछाई जाती है और घर के सदस्य पुरानी पर ही सोते हैं।

'मेहमानों के लिए नई और साफ सुथरी चादर बिछानी पड़ती है'
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक बिधूड़ी ने कहा, बीजेपी बड़ी पार्टी है परिवारों की पार्टी नहीं है। और हम लोग कार्यकर्ता हैं जो विचारों के लिए लड़ते हैं। पार्टी में जब भी बाहर से लोग आते हैं तो उनके लिए वैसा ही है जैसे बाहर से आए मेहनामों के लिए नई चादर बिछाई जाती है और परिवारवालों को पुरानी पर ही सोना होता है क्योंकि घर में मेहमान आए होते हैं। मेहमानों के लिए परिवारवालों को ही दिल मजबूत करके सम्मान करके रखना होता है। उन्होंने कहा, ये तो मेहमान है और हम घर के लोग हैं। कभी कभी मेहमानों के लिए नई और साफ सुथरी चादर बिछानी होती है। लेकिन हमें घर की इज्जत रखनी है और मान सम्मान को बढ़ाना है। हम उसके लिए ही काम करने वाले लोग हैं।

दक्षिण दिल्ली से क्यों कटा टिकट?
बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट में कई ऐसे सांसदों का टिकट काटा है जिनके विवादित बयानों के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इनमें रमेश बिधूड़ी का नाम भी शामिल है। उन्होंने पिछले साल संसद में दानिश अली के खिलाफ नफरतभरी सांप्रदायिक टिप्पणी की थी जिससे काफी हंगामा खड़ा हो गया था और उनकी काफी आलोचना हुई थी।


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