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बीए-एमए वालों और वकील-इंजीनियरों के बीच होगा चुनावी मुकाबला, रोचक होगी जंग

नई दिल्ली
बीते कुछ दशकों से उच्च शिक्षा प्राप्त दावेदार राजनीति में ताल ठोकने लगे हैं। प्रत्याशियों का हाईस्कूल या इंटरमीडिएट पास होना अब आम बात है। इस लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों में भी यही बात देखने को मिल रही है। उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर जिन छप्पन प्रत्याशियों ने नामांकन कराया है, उनमें से करीब 12 प्रत्याशी स्नातक एवं स्नातकोत्तर डिग्रीधारी हैं। इस चुनाव में इनका मुकाबला पांच वकील और तीन इंजीनियरों से है।

भारत निर्वाचन आयोग की साइट पर उपलब्ध प्रत्याशियों के हलफनामों पर गौर करें तो अल्मोड़ा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा के साथ ही पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) के प्रत्याशी डॉ. प्रमोद कुमार एलएलबी डिग्रीधारक हैं। जबकि, नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट पर भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट समेत निर्दलीय हितेश पाठक और भारत की लोक जिम्मेदार पार्टी के प्रत्याशी जीवन चंद्र उप्रेती ने भी अपने शपथ पत्र में शैक्षिक योग्यता को एलएलबी बताया है। अब देखना रोचक होगा कि चुनाव में कौन बाजी जीतता है?

यहां भी रोचक जंग
अल्मोड़ा सीट पर बहुजन मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी ज्योति प्रकाश टम्टा सिविल इंजीनियरिंग के डिग्रीधारक, हरिद्वार लोस सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी कर्ण सिंह सैनी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमाधारक, टिहरी सीट पर निर्दलीय विपिन कुमार अग्रवाल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा धारक हैं। अल्मोड़ा सीट पर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की प्रत्याशी किरन आर्या बीएड, टिहरी लोस सीट पर निर्दलीय सुदेश तोमर एमबीए एवं नैनीताल सीट पर पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया के प्रत्याशी अमर सिंह सैनी आईटीआई कर चुके हैं।

 


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