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सात सालों से मुआवजे का इंतजार, हाईटेंशन लाइन के टावर पर किसानों ने बिछाई खाट, मध्य प्रदेश का मामला l ऑनलाइन बुलेटिन

सतना | (मध्य प्रदेश बुलेटिन) | प्रदेश के सतना जिले में एक गांव के किसानों ने अनोखे तरीके से विरोध शुरू कर दिया। किसान मुआवजे की मांग को लेकर अधिकारियों के बर्ताव से नाराज थे। सतना जिला मुख्यालय से तकरीबन 20 किमी दूर स्थित गांव पिथौराबाद के किसान अधिकारियों के बर्ताव से नाराज होकर बिजली की हाई टेंशन लाइन के टॉवर पर चढ़ गए। यही नहीं उन्होंने टावर पर ही खाट बिछा ली। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।

 

वायरल वीडियो में किसान राम नाथ कोल यह कह रहे हैं कि मुआवजा नहीं मिलेगा तो मैं यहीं से कूद जाऊंगा। इनके अलावा भागीरथ द्विवेदी और कमलभान उरमलिया भी टावर में चढ़ गए। कमल भान ने बताया कि मुआवजा का आदेश हो चुका है इसके बाद भी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) उचेहरा के पास जाने पर भगा दिया जाता है। इसके अलावा पावर ग्रिड के अधिकारी तो दुत्कारते हैं।

 

सात साल बात भी नहीं मिल मुआवजा

 

असल में इन किसानों के खेत से मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन की लाइन गई हुई है और खेत में ही टावर भी खड़ा है। 2015 में इस टावर को लगाया गया था लेकिन 7 साल बाद भी मुआवजा नहीं मिला पाया है, जबकि तत्कालीन सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया ने 12 लाख रुपए प्रति टॉवर और 3 हजार रुपये प्रति मीटर तार बिछाने का मुआवजा पारित किया था।

 

इसके बाद भी किसानों के खाते में पैसा नहीं आया है। तब से लेकर अब तक किसान सात बार टॉवर पर चढ़े हैं और इस बार खाट बिछा कर वहीं बैठ गए हैं। वीडियो वायरल होने के कुछ घण्टों बाद राजस्व विभाग और पॉवर ग्रिड के अफसर मौके पर पहुंच गए और किसानों को समझने का प्रयास शुरू हो गया।


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