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CDS बिपिन की शहादत पर हंसने वालों से भाजपा राज्य समिति के पूर्व सदस्य अली अकबर हुए आहत, अपनाएंगे हिंदू घर्म | ऑनलाइन बुलेटिन

कोच्चि | ऑनलाइन बुलेटिन | भारतीय जनता पार्टी की राज्य समिति के पूर्व सदस्य फिल्म निर्माता अली अकबर ने कहा कि वह और उनकी पत्नी लुसिम्मा अब मुसलमान नहीं रहेंगे और हिंदू धर्म अपनाएंगे। अकबर ने कहा कि उसने अपने इस्लाम धर्म त्यागने का फैसला इसलिए किया, क्योंकि कई मुसलमानों ने सीडीएस बिपिन रावत की मौत से संबंधित पोस्ट पर स्माइली से प्रतिक्रिया दी थी। एक तरह से उन्होंने खुशी जाहिर की थी।

 

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व से कुछ असहमति के बाद अक्टूबर में पद छोड़ दिया था। इससे पहले 2015 में, अकबर ने एक सनसनीखेज खुलासा किया था कि एक मदरसे में रहने के दौरान एक ‘उस्ताद’ द्वारा उसका यौन शोषण किया गया था। अकबर केरल के मालाबार विद्रोह के बारे में एक फिल्म बनाने की प्रक्रिया में है।

 

भारतीय जनता पार्टी की राज्य समिति के पूर्व सदस्य फिल्म निर्माता अली अकबर ने कहा कि इस्लाम के शीर्ष नेताओं ने भी ‘देशद्रोहियों’ द्वारा इस तरह के कार्यों का विरोध नहीं किया है। उन्होंने एक बहादुर सैन्य अधिकारी का अपमान किया है और वह इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनका धर्म से विश्वास उठ गया है और उन्होंने बुधवार को अपने फेसबुक पेज पर इस बारे में एक वीडियो पोस्ट किया।

 

भारतीय जनता पार्टी की राज्य समिति के पूर्व सदस्य फिल्म निर्माता अली अकबर ने वीडियो में कहा, “आज मैं जन्म से प्राप्त एक पोशाक को उतार रहा हूं। आज से मैं मुसलमान नहीं हूं। मैं भारत का हूं। यह उन लोगों को मेरा जवाब है जिन्होंने भारत के खिलाफ हजारों मुस्कुराते हुए इमोजी पोस्ट किए।”

 

पोस्ट को फेसबुक पर मुस्लिम यूजर्स की कड़ी आलोचना मिली और कुछ ने अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया। अकबर को भी उन टिप्पणियों में से कुछ का जवाब देने के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते देखा गया था। इस बीच कई यूजर ने अकबर का समर्थन किया और गाली देने वालों को फटकार लगाई।

 

हालांकि यह पोस्ट बाद में फेसबुक से ‘गायब’ हो गई, लेकिन इसे व्हाट्सएप पर व्यापक रूप से प्रसारित किया जा रहा है। बाद में अकबर ने एक और पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा, “राष्ट्र को उन लोगों की पहचान करनी चाहिए जो सीडीएस की मौत पर मुस्कुराते हैं।” इस पोस्ट पर भी सैकड़ों सपोर्टिव और अभद्र कमेंट देखने को मिले।

 

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अकबर ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई राष्ट्र विरोधी गतिविधियां होती हैं और रावत की मौत पर मुस्कुराना इसका ताजा उदाहरण है। उन्होंने कहा, “रावत की मौत की खबर पर मुस्कुराते हुए इमोजी के साथ टिप्पणी करने वाले और जश्न मनाने वाले अधिकांश उपयोगकर्ता मुस्लिम थे।

 

भारतीय जनता पार्टी की राज्य समिति के पूर्व सदस्य फिल्म निर्माता अली अकबर ने कहा कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि रावत ने पाकिस्तान और कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कई कार्रवाइयां की थीं। एक बहादुर अधिकारी और देश का अपमान करने वाली इन सार्वजनिक पोस्टों को देखने के बावजूद, शीर्ष मुस्लिम नेताओं में से किसी ने भी प्रतिक्रिया नहीं दी। मैं ऐसे धर्म का हिस्सा नहीं हो सकता।”

 

भारतीय जनता पार्टी की राज्य समिति के पूर्व सदस्य फिल्म निर्माता अली अकबर ने कहा कि वह और उनकी पत्नी हिंदू धर्म अपनाएंगे और अपने आधिकारिक रिकॉर्ड में धार्मिक विवरण बदलने की प्रक्रिया करेंगे, लेकिन वह अपनी दो बेटियों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “यह उनकी पसंद है और मैंने उन्हें फैसला करने दिया।”


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