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झारखंड के दीपक क्रांति को ब्राज़ील की संस्था ने प्रदान की डॉक्टरेट की मानद उपाधि l ऑनलाइन बुलेटिन

नई दिल्ली l (नेशनल बुलेटिन) l झारखंड इंटरनेशनल फॉरम ऑफ पीस अकैडमी तथा वर्ल्ड पीस फेडरेशन, बांग्लादेश द्वारा 12 फरवरी 2022 को अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल प्रोग्राम में दीपक कुमार चौधरी (दीपक क्रांति) को उनकी शैक्षणिक, साहित्यिक, सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यों मे अतुलनीय अनवरत योगदान के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। वही 18 फरवरी को ब्राज़ील की संस्था आई.टी. एम. यू. टी द्वारा रॉयल डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।

 

दीपक क्रांति बांग्लादेश व ब्राज़ील देश द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित होने वाले झारखण्ड के प्रथम व्यक्ति हैं, जो कि झारखण्ड सहित सम्पूर्ण भारत के लिए विशेष सम्मान की बात है।

 

गौरतलब है कि दीपक को राष्ट्रपति द्वारा अवॉर्ड, दलित साहित्य अकादमी अवॉर्ड दिल्ली, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ स्कॉलर (बेंगलुरु) हरियाणा कला अकादेमी, द्वारा भी साहित्यकार और शिक्षक के रूप में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है।

 

दीपक क्रांति बदलाव मंच राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय साहित्यिक सामाजिक संगठन के संस्थापक, कवि लेखक, शिक्षक हैं। उन्हें झारखंड गौरव समेत 400 से अधिक उपाधियों से सम्मानित किया जा चुका है।

 

उनकी इस उपलब्धियों पर बदलाव मंच राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्षा डॉ. रूपा व्यास समेत, बदलाव मंच ट्रस्ट अध्यक्ष रूपक क्रांति, रूपेश क्रांति प्रकाश मधुबनी, सत्यम भास्कर, गीता पांडेय, जितेंद्र पांडेय सहित दीपक क्रांति की मांँ,bनाना – नानी ,भाई रूपक क्रांति (बदलाव मंच,ट्रस्ट अध्यक्ष) व रूपेश क्रांति, मोहन चौधरी, मौसा – मौसी ,गुरु महेंद्र प्रजापति व अजय पांडेय, डॉ अभिषेक पांडेय, परमाणु ऊर्जा विभाग के सभी कर्मचारी समेत सभी शुभचिंतकों ने हर्ष व्यक्त किया है।


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