.

कोरोना से मात खा रहा चीन! 26 मिलियन आबादी वाला शंघाई शहर बना हॉटस्पॉट, एंटीबॉडी विकसित करने में वैक्सीन हुई नाकाम | ऑनलाइन बुलेटिन

बीजिंग | [वर्ल्ड बुलेटिन] | 26 मिलियन की आबादी वाले शहर शंघाई में कोरोना के मामले पिछले तीन दिनों में तेजी से बढ़े हैं। गुरुवार को 1,609 से बढ़कर शुक्रवार को 2,267 तक पहुंचे। कई पाबंदियों के बाद भी शनिवार को शहर में कोरोना के 2676 नए मामले सामने आए। वैश्विक शिपिंग हब के रूप में शंघाई की भूमिका को देखते हुए अधिकारियों ने शहर पर संपूर्ण लॉकडाउन लगाने से इनकार कर दिया है। चीन प्रशासन का कहना है कि ऐसा करने से वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है। हालांकि, जनता के लिए कुछ आवश्यक प्रतिबंध जरूर लगाए गए हैं।

 

चीन इस वक्त कोरोना की मार झेल रहा है। लगातार बढ़ते केसों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। कई शहरों में लॉकडाउन घोषित करने के बाद भी कोरोना केस कम नहीं हो पा रहे हैं। इस वक्त शंघाई शहर चीन का कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है। शनिवार को शहर में कोरोना के 2,676 नए मामले दर्ज किए गए, जो एक दिन पहले की तुलना में 18 प्रतिशत ज्यादा हैं।

 

हांगकांग विश्वविद्यालय की ओर से किए गए अध्ययन के अनुसार, चीन की कोरोना वैक्सीन SinoVac ओमिक्रॉन के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित करने में नाकाम साबित हुई है। इसके अलावा, यह उन लोगों को बचाने में भी नाकाम रही, जिन्हें पहले ही इस वैक्सीन की दो खुराक दी जा चुकी है। 2021 तक चीन की 1.6 बिलियन आबादी को 2.6 मिलियन से अधिक की खुराक दी जा चुकी है।

 

वैक्सीन लेने के बाद भी मौत

 

एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, 80 वर्ष से अधिक आयु के 3 प्रतिशत लोगों की मौत चीनी वैक्सीन SinoVac की दो खुराक लेने के बाद हुई। एक खुराक लेने वालों में मृत्यु दर 6 प्रतिशत है। उधर, शंघाई संक्रामक रोग विशेषज्ञ झांग वेनहोंग ने लोगों से ‘सामान्य जीवन’ के रखरखाव के साथ एंटी-वायरस उपायों को संतुलित करने का आह्वान किया है।

 

WHO जता चुका है चिंता

 

WHO (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन) ने कहा है कि चीन, हांगकांग, यूरोप के कुछ हिस्सों और संयुक्त राज्य अमेरिका में BA.2 सब-वेरिएंट अत्यधिक संक्रामक है। गौरतलब है कि चीन में शुक्रवार को 4,790 और शनिवार को 5,600 नए कोरोना केस सामने आए।


Back to top button