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मंदिर के लिए चंदा देने से दलित ने किया इनकार, सरपंच चमेली ओझा ने भरी पंचायत थूक में रगड़वाई युवक की नाक | ऑनलाइन बुलेटिन

भुवनेश्वर | [ओडिशा बुलेटिन] | राज्य के तिखीरी गांव के एक दलित बेरोजगार युवक को मंदिर में पूजा के लिए रुपये देने से इनकार करने पर सार्वजनिक रूप से गांव का सरपंच चमेली ओझा ने अपने थूक में नाक रगड़ने के लिए भरी पंचायत में मजबूर किया। यह घटना केंद्रपाड़ा जिले की है। बेरोजगार दलित युवक ने गांव के सरपंच चमेली ओझा के खिलाफ पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने चमेली ओझा और अन्य आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 342, 323, 504 और 506 और अनुसूचित जाति और जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

 

गांव का सरपंच चमेली ओझा मंदिर के लिए चंदा मांगने युवक के घर पहुंचा था। युवक ने कहा कि वह कोई पैसा नहीं दे पाएगा क्योंकि उसने पहले ही मूर्ति के लिए दान कर दिया था। इस पर युवक और सरपंच के साथ आए ग्रामीणों के बीच बहस छिड़ गई। सरपंच ने कथित तौर पर युवक और उसकी पत्नी को गालियां भी दीं।

 

घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने दर्ज किया केस

 

अगली शाम सरपंच चमेली ओझा ने कंगारू कोर्ट बुलाई, जहां युवक को भी बुलाया गया। वहां उसे अपने थूक में अपनी नाक रगड़ने लिए मजबूर किया गया। कोई विकल्प नहीं बचा तो युवक ने मान लिया। हालांकि, यह घटना शनिवार को हुई, लेकिन मंगलवार को मरसाघई पुलिस ने चमेली ओझा और कुछ ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

 

अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज

 

मारसाघई आईआईसी प्रदीप्त कानूनगो ने बताया कि चमेली ओझा और अन्य आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 342, 323, 504 और 506 और अनुसूचित जाति और जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि हमने लगभग 60 ग्रामीणों के बयान दर्ज किए हैं। आगे की जांच चल रही है।


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