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उत्तर प्रदेश में आसमान से बरस रही आग, अप्रैल में ही 22 साल का टूटा रिकॉर्ड, हाथरस में पारा 46 के पार | ऑनलाइन बुलेटिन

लखनऊ | [उत्तर प्रदेश बुलेटिन] | दिन पर दिन बढ़ रही सूरज की तपिश के चलते प्रदेश की सड़कों पर भी सन्नाटा छाने लगा है। गर्मी का आलम यह है कि शाम तक लोग घरों से बहार निकलने में भी हिचकिचा रहे हैं। प्रदेश के शहरों की बात करें तो सबसे ज्यादा गर्मी का असर हाथरस और आगरा में देखने को मिला है। कानपुर में भी गर्मी चरम सीमा पर पहुंच गई है। हाथरस में गर्मी ने अप्रैल महीने में ही 22 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है तो वहीं आगरा और अलीगढ़ में गर्मी से लोग बिलबिला उठे हैं।

 

यूपी में मई शुरू होने से पहले ही गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। अप्रैल में ही आसमान से आग बरसने लगी है। यूपी के कई शहरों में गर्मी का कहर जारी है। दोपहर होते ही लू के थपेड़ों से लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है।

 

 

गर्म हवाओं ने बढ़ाई परेशानी

 

सूरज की तपिश अब लोगों के लिए आफत बनती जा रही है। गुरुवार को हाथरस में गर्मी ने 22 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यहां पर अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 32.6 डिग्री पर रहा। गुरुवार का दिन अप्रैल माह में सन 2000 के बाद से सबसे गर्म दिन साबित हुआ। इससे पहले सन अप्रैल 2000 में 42.5 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले तीन चार दिन भीषण गर्मी जारी रहेगी।

 

वहीं तापमान 47 डिग्री तक पहुंच सकता है। भूगोलवेत्ता डॉ. रजनीश कुमार ने बताया कि इस वर्ष अप्रैल में ही गर्मी ने 22 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जिले में आमतौर पर 24 से 25 जून तक मानूसन दस्तक दे देता है, लेकिन रिकॉर्ड तोड़ती गर्मी के चलते मानसून एक्सप्रेस जिले में एक से दो सप्ताह देरी से पहुंचेगी।

 

अलीगढ़ में पारा 44 के पारा

 

अलीगढ़ में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। गुरूवार को अलीगढ़ में अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस से भी पार पहुंच गया है। मौसम विभाग ने अलीगढ़ में इतना तापमान पहुंचना जाहिर किया था। लेकिन 28 अप्रैल को तापमान के 44.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने से आमजन बेहाल हो गया है। स्थिति यह थी कि सुबह नौ बजे से धूप में खड़ा होना मुश्किल हो रहा था।

 

दोपहर 12 बजे के बाद सड़क पर आग सी बरसने लगी। गर्मी के साथ लू भी लोगों को परेशान कर रही है। आमजन गर्मी में घरों से बाहर निकलने पर झुलस रहे है। लोग भीषण तपिश और गर्म हवाओं से नहीं बच नहीं पा रहे हैं। बढ़ती गर्मी आमजन ही नहीं बेजुबानों के लिए भी कहर बनकर टूट रही है। ये भी गर्मी से बचने के लिए आशियाना की ओर देखते नजर आ रहे है।

 

पीने के पानी के लिए पक्षी ही नहीं जानवर भी इधर उधर भटक रहे है। आने वाले दिनों में गर्मी और बढने की संभावना है। एएमयू के विशेषज्ञ प्रोफेसर अतीक अहमद का कहना है कि गर्मी के और बढ़ने की उम्मीद है, जिसके कारण लोगों को और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

 

 


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