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12 लाख रुपए देकर पाई रेलवे में टिकट कलेक्टर की नौकरी, अब 150 दिन से जेल में काट रहा सजा | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

चेन्नई | [तमिलनाडु बुलेटिन] | चेन्नई के एक शख्स ने रेलवे में टिकट कलेक्टर की नौकरी के लिए 12 लाख रुपए की रिश्वत दी, लेकिन नौकरी तो दूर, इस वक्त वह उत्तर प्रदेश की काल कोठरी में 150 से ज्यादा दिनों से जेल की सजा काट रहा है। वह फर्जी रेलवे आईजी कार्ड और ड्यूटी पास के साथ पकड़ा गया था। उसे धोखेबाजों ने रेलवे में नौकरी का भरोसा दिलाया था।

 

Online bulletin dot in ये वाकया हुआ है चेन्नई में रहने वाले इंजीनियर एस सूर्यप्रतापन के साथ। विल्लीवक्कम निवासी सूर्याप्रतापन की शादी को अभी एक साल भी नहीं हुआ है। सालभर पहले तक मेट्रोवाटर में संविदा कर्मचारी के पद पर था। उसका परिवार उसे स्थायी नौकरी दिलाने के लिए लगातार दबाव बना रहा था। 2022 की शुरुआत में एक शख्स ने उसे “केंद्रीय मंत्री के कोटे” का लालच दिया और रेलवे में सरकारी नौकरी की पेशकश दी।

 

12 लाख की रिश्वत और लखनऊ में हुई डील

 

दोनों के बीच 12 लाख रुपए में डील हुई थी। शख्स सूर्यप्रतापन को’वरिष्ठ रेलवे अधिकारी’ से मिलने के लिए लखनऊ ले गया। सूर्यप्रतापन को एक रेलवे आईडी कार्ड, ज्वाइनिंग लेटर, ड्यूटी पास और एक सर्विस बुक दी गई।

 

14 अप्रैल को, उनके परिवार को लखनऊ पुलिस से एक फोन कॉल आया जिसमें कहा गया था कि सूर्यप्रतापन को धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है और उसका आईडी कार्ड, ज्वाइनिंग लेटर और दस्तावेज फर्जी हैं। उसकी मां थिलिवानी ने बताया कि नौकरी के लिए 12 लाख रुपये की व्यवस्था करने के लिए अपने गहने गिरवी रख दिए थे।

 

जमानत के भटक रहा परिवार, अस्पताल में भर्ती पिता

 

सूर्या के पिता सिररथनन एक सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी हैं, जैसे ही उनको यह पता लगा कि बेटा धोखाधड़ी के बाद जेल में है, तब से अस्पताल में भर्ती हैं। टीओआई के मुताबिक, रिश्तेदार आकाश ने बताया, ‘अब हम सूर्या को जमानत पर छुड़ाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं।’

 

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