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रेप में नाकाम हुआ तो युवती को ट्रेन से फेंका, यूपी से पकड़या शैतान; आरोपी तक यूं पहुंची मध्य प्रदेश पुलिस…| ऑनलाइन बुलेटिन

भोपाल | [मध्य प्रदेश बुलेटिन] | प्रदेश के छतरपुर में चलती ट्रेन के अंदर महिला से दुष्कर्म करने में नाकाम रहने पर उसे ट्रेन से बाहर फेंकने वाले शैतान को पकड़ लिया गया है। घटना बीते बुधवार को हुई थी जब महिला बागेश्वर धाम से लौट कर यूपी के बांदा स्थित अपने घर जा रही थीं। घटना के कुछ ही दिनों बाद अब पुलिस ने इस हैवान को धर दबोचा है। इस ब्लाइंड केस में आरोपी तक पहुंचना पुलिस के लिए कतई आसान नहीं था। मध्य प्रदेश जीआरपी ने अब दावा किया है कि उसने इस मामले के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

 

ट्रेन में महिला को अकेला पाकर पहले इस उत्तर प्रदेश के युवक ने उनके साथ छेड़खानी की थी और फिर रेप की कोशिश की थी, लेकिन महिला के विरोध करने पर उसने महिला को ट्रेन से बाहर फेंक दिया था।

 

आरोपी युवक की पहचान 34 साल के रामबाबू यादव के तौर पर हुई है। रामबाबू यूपी के ललितपुर जिले के सुरी गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। सोमवार को उसे अदालत में पेश किया गया। यहां अदालत ने उसे 3 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जीआरपी, जबलपुर डिविजन ने इस मामले को सुझलाने के लिए 4 अलग-अलग टीमें बनाई थीं।

 

मोबाइल फोन से मिला सुराग

 

पुलिस ने बताया कि घटनास्थल के पास मिले एक मोबाइल फोन से आरोपी तक पहुंचने में मदद मिली है। जीआरपी के एशपी, विनायक वर्मा ने कहा, अगर आरोपी घटना स्थल पर यह देखने नहीं जाता कि युवती मर चुकी है या नहीं, तो उसे पकड़ पाना इतना आसान नहीं होता।

 

4 किलोमीटर तक पटरी पर पैदल चला

 

पुलिस ने बताया कि अगर गांववाले वहां जमा नहीं होते तो वो उसे मार भी सकता था, लेकिन उसके घटनास्थल पर पहुंचने से पहले वहां लोग पहुंच गये थे। पुलिस ने बताया कि महिला को ट्रेन से धक्का देकर गिराने के बाद यादव राजनगर स्टेशन पर उतर गया। इसके बाद वो करीब 4 किलोमीटर तक पटरियों पर चलकर वहां पहुंचा, लेकिन उसने देखा कि वहां कई लोग जमा थे, जो महिला की मदद कर रहे थे।

 

गांव वालों को उसपर शक हुआ

 

मौका पाकर यादव मौके से फरार हो गया। हालांकि, कुछ गांव वालों को अनजान चेहरा देख कर उसपर शक हुआ था। घबराहट में आए आरोपी का मोबाइल फोन वहां गिर गया। जिसके बाद गांव वालों ने यह फोन पुलिस को सौंपा और उसका हुलिया भी बताया।

 

पुलिस ने जब फोन को लेकर तहकीकात शुरू की तो एक जेसीबी कॉन्ट्रैक्टर ने उसके मोबाइल नंबर की पहचान की और कहा कि उसने कुछ समय पहले अपने एक पुराने कर्मचारी को यह नंबर दिया था। ठोस जानकारी मिलने के बाद संदिग्ध युवक के घर को सर्विलांस पर रखा गया। जब तक यादव नजर नहीं आया तब तक उसके परिजनों पर कड़ी नजर रखी जा रही थी।

 

आरोपी तक यूं पहुंची पुलिस

 

पुलिस ने उस शख्स को पकड़ लिया जो यादव को खाना उपलब्ध करा रहा था। इसके बाद टिकमगढ़ पुलिस की मदद से हम आरोपी तक पहुंच गए। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने बताया कि छतरपुर में एक महिला के साथ उसके अवैध संबंध है। वो उस दिन इस महिला को बागेश्वर धाम मंदिर छोड़ने गया था।

 

लौटते वक्त उसे ट्रेन में यह महिला अकेली मिलीं, जिसके बाद उसने उनकी आबरू लूटने की कोशिश की थी। बहरहाल जख्मी महिला को एक सर्जरी के लिए ग्वालियर भेजा गया है। जिले के कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने रेड क्रॉस सोसायटी के जरिए महिला के इलाज के लिए फंड का इंतजाम करवाया है।

 

पीड़िता ने सुनाई थी भयानक दास्तान..

 

पीड़िता उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। वो बागेश्वर धाम मंदिर घूमने गई थीं। पीड़िता ने खुद बताया था, ‘मैं रियागंज गांव स्टेशन से गाड़ी संख्या 04118 (ललितपुर- खजुराहो- महोबा) में बैठी, जो खजुराहो में 1 घंटे खड़ी रही। फिर ये ट्रेन, गाड़ी नंबर 01822 में तब्दील होकर खजुराहो से महोबा की ओर चली।

 

ट्रेन पूरी खाली थी। स्टेशन से एक युवक बोगी में चढ़ा। ट्रेन कुछ देर खड़ी रही, तब उसने मुझसे कुछ नहीं बोला। जैसे ही ट्रेन चलने लगी वह मुझसे अश्लील बातें करने लगा। मैंने ध्यान नहीं दिया। वह उठकर मेरे पास आया और बुरी नीयत से छूने लगा। मैंने विरोध किया। वह फिर भी नहीं माना तो मैंने उसे थप्पड़ जड़ दिया।

 

इसके बाद वह जबरदस्ती करने लगा। मैंने खुद को छुड़ाया और दूसरे डिब्बे की तरफ भागी, वह भी खाली था। उसके बाद वाले डिब्बे में भी कोई नहीं था। उसने मुझे पकड़ लिया। मैंने उसकी उंगलियां चबा डालीं, जिससे खून बहने लगा।

 

वह तिलमिला उठा और मुझे लात-घूंसों से मारना शुरू कर दिया। ट्रेन से फेंकने लगा। मैंने गेट के पाइप पकड़ लिए। उसने मुझे जोरदार धक्का देकर ट्रेन से बाहर फेंक दिया।’


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