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सफाई कर्मचारियों की कमर तोड़ मेहनत से इंदौर लगातार छठवीं बार बना सिरमौर, छत्तीसगढ़ के पाटन को “दूसरा स्थान”, देशभर के इतने शहरों में हासिल किया मुकाम, पढ़ें विस्तृत खबर | ऑनलाइन बुलेटिन

भोपाल | [मध्य प्रदेश बुलेटिन] | स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के नतीजे आ चुके हैं। इसमें इंदौर ने एक बार फिर बाजी मारी है। यह लगातार छठवीं बार है जब सफाई कर्मचारियों की कमर तोड़ मेहनत के बूते इंदौर सफाई के मामले में देश में सिरमौर बना है। दूसरे नंबर पर गुजरात का सूरत और तीसरे नंबर पर नवी मुंबई है। इन राज्यों में भी सफाई कर्मचारियों ने जी तोड़ मेहनत की है, लेकिन कुशल नेतृत्व के अभाव में वे क्रमश: निचले पायदान पर हैं। वहीं भारत की क्लीनेस्ट मेगा सिटी के रूप में गुजरात के अहमदाबाद ने जगह बनाई है। वहीं क्लीन मीडियम सिटी मैसूर को बताया गया है और क्लीन स्मॉल सिटी के रूप में दिल्ली है।

 

दिल्ली में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण अवॉर्ड 2022 को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वे है। उन्होंने बताया कि 2016 में इसे 73 शहरों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था। वहीं अब 2022 में 4,355 शहरों ने इस स्वच्छ सर्वे में हिस्सा लिया है।

 

1 लाख से ज्यादा वाले स्थान पर इंदौर ने बाजी मारी है। दूसरे स्थान पर सूरत तो तीसरे स्थान पर नवी मुंबई है।

 

1 लाख से कम आबादी वाले शहरों में पहला स्थान महाराष्ट्र के पंचगनी को दिया गया है। दूसरा स्थान छत्तीसगढ़ के पाटन को मिला है।

 

तो वहीं तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र का कराड़ शहर आया है। राजस्थान-महाराष्ट्र को पछाड़कर मध्य प्रदेश देश का सबसे स्वच्छ राज्य बन गया है।

 

100 से अधिक शहरों वाले स्टेट में मध्य प्रदेश नंबर-1 पर आया। भोपाल को 1 लाख से आबादी वाले शहर में मिला छटवां स्थान।

 

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुए स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें आज प्रदेश के 11 निकायों को सम्मानित किया गया।

 

इसे लेकर प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा नई दिल्ली में बीते दिन स्वच्छता लीग के विजेता नगरीय निकायों खजुराहो और उज्जैन को सम्मान दिया गया है।

 

वहीं इंदौर, बड़ौनी, भोपाल, छिंदवाड़ा, खुरई, महू केंट, मुंगावली, औबेदुल्लागंज, पेटलावद, फूफकला और उज्जैन को भी नागरिक की संतुष्टि के साथ दूसरी श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया है।

 

इससे पहले 2017 में प्रदेश को देश के चौथे स्वच्छ राज्य के लिए सम्मानित किया गया था।

 

जिसके बाद ये तीसरे स्थान पर 2022 में आ गया। ऐसे में प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया था।

 

इसके अलावा भी सुरक्षा चैलेंज में प्रदेश के इंदौर, भोपाल और उज्जैन को खास सम्मान दिया गया।

 

साथ ही इन जिलों द्वारा स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए कार्य करने पर और लक्ष्य निर्धारिक करके कार्य करने पर सम्मान भी दिया गया।

 

जानकारी के मुताबिक, इंदौर ने लगातार छठी बार स्वच्छता रैंकिंग में नंबर एक स्थान हासिल किया है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव, कमिश्नर पवन कुमार शर्मा और कुछ सफाईकर्मियों की टीम शनिवार सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुई।

 

स्वच्छता रैंकिंग के नतीजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मौजूदगी में शाम चार बजे से आयोजित कार्यक्रम में घोषित किए जाएंगे। इंदौर को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है और इससे साफ है कि इंदौर एक बार फिर अव्वल आया है।

 

वहीं ऐसे में इंदौर के स्वच्छता में फिर से नंबर वन आने के बाद शहर में हो रहे गरबा पांडा लो में जश्ने स्वच्छता मनाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। 11 स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाकर स्वच्छता सर्वेक्षण के पुरस्कार कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी दिखाया जाएगा।

 

इसके अलावा ढोल ताशे के साथ जश्न मनाया जाएगा। वहीं गरबा पंडालों में स्वच्छता गान पर पूरा इंदौर जश्न मनाएगा। इसके लिए हाल ही में स्वच्छता का नया गाना भी लॉन्च किया गया है। जसपर पंडालों में गरबा किया जाएगा।

 

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