.

एमबीए पास ठग लड़कियों संग दोस्ती कर डेटिंग ऐप पर करता था ब्लैकमेल, एक करोड़ ठगे, 5 सौ से ज्यादा लड़कियों के चैट, फोटो मिले | ऑनलाइन बुलेटिन

नई दिल्ली | [नेशनल बुलेटिन] | दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए करने के बाद ठग ने स्टार ईवेंट मैनेजमेंट के नाम से अपनी फर्म बनाई थी, लेकिन कोरोनाकाल में उसका रोजगार ठप हो गया। आर्थिक तंगी आने के चलते उसने दोस्ती करके लड़कियों से ठगी और ब्लैकमेलिंग का धंधा शुरू किया। इसके लिए उसने विभिन्न डेटिंग ऐप पर अपनी फर्जी प्रोफाइल तैयार कीं और खुद को आईटी इंजीनियर बताकर लड़कियों को अपने जाल में फंसाने लगा। इसके लिए एमबीए पास ठग अपनी प्रोफाइल में मॉडलिंग करने वाले युवकों की फोटो लगाता था।

 

डेटिंग ऐप पर फर्जी आईडी बनाकर लड़कियों संग दोस्ती करने के बाद उन्हें ब्लैकमेल कर रकम ऐंठने वाले युवक को गाजियाबाद पुलिस की साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के कब्जे से दो मोबाइल, दो एटीएम कार्ड और दर्जनभर सिमकार्ड बरामद हुए हैं।

 

पुलिस के मुताबिक, आरोपी युवक डीयू से एमबीए पास है। वह खुद को आईटी इंजीनियर बताकर युवतियों से दोस्ती करता था और उनके अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी देकर वह उनसे रकम ऐंठता था। आरोपी ने पूछताछ में यूपी, पंजाब व दिल्ली की लड़कियों से अब तक करीब एक करोड़ रुपये ऐंठने की बात कबूल की है।

 

साइबर सेल के नोडल अधिकारी और सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने बताया कि राजनगर एक्सटेंशन की एक सोसाइटी में रहने वाली युवती ने नंदग्राम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उसका कहना था कि क्यूपिड नाम के ऐप के जरिये उसकी मुलाकात चार सितंबर 2021 को वैभव अरोड़ा नाम के युवक से हुई थी।

 

वैभव ने खुद को आईटी इंजीनियर बताया था। इसके बाद उसकी वैभव से इंस्टाग्राम और व्हॉट्सऐप पर चैटिंग शुरू हो गई। युवती का आरोप है कि वैभव ने शादी का प्रस्ताव रखकर उसके तमाम फोटो हासिल कर लिए। इसके बाद वह इन फोटो को एडिट करके वह वायरल करने की धमकी देने लगा। ऐसा न करने के लिए वैभव ने उससे रुपये वसूलने शुरू कर दिए। युवती का कहना है कि पेटीएम व गूगल-पे के जरिए 24 लाख रुपये वसूलने के बावजूद ब्लैकमेलिंग जारी रहने पर उसने पुलिस से मदद की गुहार लगाई।

 

सीओ का कहना है कि केस दर्ज होने के बाद साइबर सेल मामले की जांच कर रही थी। इसी कड़ी में आरोपी को ट्रेस कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान विजयनगर थानाक्षेत्र के मिर्जापुरम निवासी आनंदपाल के रूप में हुई है।

 

सीओ ने बताया कि आनंदपाल यूपी के अलावा पंजाब व दिल्ली की कई लड़कियों के साथ ठगी व ब्लैकमेलिंग कर चुका है। हाल फिलहाल में उसने तीन युवतियों को शिकार बनाया है। राजनगर एक्सटेंशन निवासी युवती से 24 लाख रुपये ऐंठने के अलावा वह पंजाब की युवती से तीन लाख रुपये व दिल्ली की युवती से 20 हजार रुपये वसूल चुका है। आनंदपाल के मोबाइल में 500 से अधिक लड़कियों से चैटिंग के सबूत मिले है। साथ ही सैकड़ों लड़कियों के फोटो भी मिले हैं, जिनमें अश्लील तस्वीरें भी शामिल हैं।

 

एक्सीडेंट और बीमारी के बहाने भी रकम ठगता था

 

साइबर सेल प्रभारी का कहना है कि डेटिंग व फ्रेंडशिप ऐप से दोस्ती करने के बाद वह लड़कियों को ब्लैकमेल करने के साथ-साथ उन्हें इमोशनल ब्लैकमेल भी करता था। वह शादी का झांसा देकर विश्वास जमाने के बाद एक्सीडेंट, बीमारी या अन्य बहानों से लड़कियों से रकम ठगता था। कुछ लड़कियां उसके जाल में फंसकर पैसा ट्रांसफर कर देती थीं, जबकि कुछ उसकी मंशा भांपकर उससे संबंध खत्म कर देती थीं।

 

साइबर सेल प्रभारी ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए करने के बाद आनंदपाल ने स्टार ईवेंट मैनेजमेंट के नाम से अपनी फर्म बनाई थी, लेकिन कोरोनाकाल में उसका रोजगार ठप हो गया। आर्थिक तंगी आने के चलते उसने दोस्ती करके लड़कियों से ठगी और ब्लैकमेलिंग का धंधा शुरू किया। इसके लिए उसने विभिन्न डेटिंग ऐप पर अपनी फर्जी प्रोफाइल तैयार कीं और खुद को आईटी इंजीनियर बताकर लड़कियों को अपने जाल में फंसाने लगा। इसके लिए आनंदपाल अपनी प्रोफाइल में मॉडलिंग करने वाले युवकों की फोटो लगाता था।

 

धोखाधड़ी में फर्जी आईडी के सिम और खातों का इस्तेमाल करता था

 

पुलिस का कहना है कि आरोपी ने मेहनत-मजदूरी करने वाले प्रवासी मजदूरों की आईडी लेकर उनके नाम से बैंकों में खाते खुलवा रखे थे। इन्हीं खातों में वह रकम ट्रांसफर कराता था। इसके अलावा वह चैटिंग व बातचीत के लिए फर्जी आईडी के सिम का इस्तेमाल करता था। साइबर सेल प्रभारी ने बताया कि आरोपी के एक खाते में छह महीने के भीतकर 60 लाख रुपये से अधिक की ट्रांजेक्शन मिली है। आरोपी ने एक करोड़ से अधिक रकम ऐंठने की बात कबूल की है।


Back to top button