रूस के खिलाफ यूक्रेन ने उठाया बड़ा कदम, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाया | ऑनलाइन बुलेटिन
कीव | [ इंटरनेशनल बुलेटिन ] | यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है और जंग का आज चौथा दिन है। दोनों देशों के बीच समाधान का कोई रास्ता भी नजर नहीं आ रहा है। इसी बीच, यूक्रेन ने रूस के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय [ICJ] जाने का फैसला किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने लिखा कि यूक्रेन ने रूस के खिलाफ अपना आवेदन आईसीजे [अंतरराष्ट्रीय न्यायालय] को सौंप दिया है।
Ukraine has submitted its application against Russia to the ICJ. Russia must be held accountable for manipulating the notion of genocide to justify aggression. We request an urgent decision ordering Russia to cease military activity now and expect trials to start next week.
— Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 27, 2022
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि रूस को आक्रामकता को सही ठहराने के लिए नरसंहार की धारणा में हेरफेर करने के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। हम रूस को सैन्य गतिविधि को अब बंद करने का आदेश देने के लिए एक तत्काल निर्णय का अनुरोध करते हैं और अगले सप्ताह परीक्षण शुरू होने की उम्मीद करते हैं।
“रूस को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बाहर कर दिया जाना चाहिए”
बताते चलें कि रूस के खिलाफ यूक्रेन अलग-अलग हथकंडा अपना रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि उनके देश पर आक्रमण के चलते रूस को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बाहर कर दिया जाना चाहिए। जेलेंस्की ने रविवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि यूक्रेन पर रूस का आक्रमण नरसंहार की दिशा में उठा गया कदम है। उन्होंने कहा, “रूस ने बुराई का रास्ता चुना है और दुनिया को उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बाहर कर देना चाहिए।”
रूस सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में से एक है, जिसके चलते उसके पास प्रस्तावों को वीटो करने की शक्ति है। जेलेंस्की ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय युद्ध अपराध अधिकरण को यूक्रेन के शहरों पर रूस के हमलों की जांच करनी चाहिए। उन्होंने रूसी आक्रमण को “राज्य प्रायोजित आतंकवाद” करार दिया। उन्होंने रूस के इन दावों को झूठा बताया कि वह आम आबादी वाले इलाकों को निशाना नहीं बना रहा।
रूसी सेना यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में घुसी
कई हवाई अड्डों, ईंधन केंद्रों तथा अन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के बाद रूसी सेना रविवार को यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में दाखिल हो गयी। अमेरिका और यूरोपीय संघ ने जवाबी कदम के साथ यूक्रेन को हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति करने तथा मास्को को और अलग-थलग करने के इरादे से कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।
खारकीव क्षेत्रीय प्रशासन के प्रमुख ओलेह सिनेहुबोव ने रविवार को बताया कि यूक्रेनी सेना शहर में रूसी सैनिकों से लड़ रही है और उन्होंने नागरिकों से घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा है। खारकीव रूस की सीमा से 20 किलोमीटर की दूरी पर है और रूसी सैनिक खारकीव में घुस गए हैं। इससे पहले तक वे शहर के बाहरी इलाके में ही थे और उन्होंने शहर में घुसने की कोशिश नहीं की थी।
यूक्रेन की मीडिया और सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में रूसी वाहन खारकीव में चक्कर लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं और एक वाहन सड़क पर जलता दिख रहा है। कीव के मेयर के अनुसार, वासिलकिव में हवाई अड्डे के पास एक तेल डिपो से आग की लपटें आसमान में फैल गईं। इस क्षेत्र में रूस की सेना से यूक्रेनी सैनिकों की भीषण लड़ाई हुई। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के कार्यालय ने कहा कि असैन्य जुलियानी हवाई अड्डे पर एक और विस्फोट हुआ।
जेलेंस्की के कार्यालय ने यह भी कहा कि रूसी सेना ने खारकीव में एक गैस पाइपलाइन को उड़ा दिया, जिसके बाद सरकार ने लोगों को अपने आवासों की खिड़कियों को नम कपड़े से ढककर खुद को धुएं से बचाने की सलाह दी। जेलेंस्की ने कहा, ”हम अपने देश की आजादी को कायम रखने के लिए जब तक जरूरी होगा, लड़ेंगे।”
बमबारी के डर से बच्चों समेत लोगों ने बंकरों और भूमिगत मेट्रो स्टेशनों, अन्य जगहों पर पनाह ली। सरकार ने लोगों को सड़कों से दूर रखने के लिए 39 घंटे का कर्फ्यू लगा रखा है। यूक्रेन के 1,50,000 से अधिक लोग पोलैंड, मोल्दोवा और अन्य पड़ोसी देश चले गए हैं तथा संयुक्त राष्ट्र ने आगाह किया है कि अगर लड़ाई बढ़ती है तो यह संख्या 40 लाख तक पहुंच सकती है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी अंतिम योजनाओं का खुलासा नहीं किया है, लेकिन पश्चिमी देशों के अधिकारियों का मानना है कि वह यूक्रेन की सरकार को उखाड़ फेंकने और वहां अपनी पसंद की सरकार स्थापित करना चाहते हैं। अधिकारियों का कहना है कि पुतिन यूरोप के मानचित्र को फिर से तैयार करने और रूस के प्रभाव को फिर से बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
यूक्रेन की सहायता के लिए अमेरिका ने टैंक-रोधी हथियारों, बख्तरबंद और छोटे हथियारों सहित यूक्रेन को अतिरिक्त 35 करोड़ डॉलर देने का वचन दिया। जर्मनी ने कहा कि है वह यूक्रेन को मिसाइल और टैंक रोधी हथियार भेजेगा तथा रूसी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर देगा।
अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने ”चिह्नित” किए गए रूसी बैंकों को स्विफ्ट वैश्विक वित्तीय प्रणाली से प्रतिबंधित करने पर सहमति व्यक्त की है। इस प्रणाली के जरिए दुनिया भर में 11,000 से अधिक बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों से धन स्थानांतरित होता है।
अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने कहा कि उनकी स्पेसएक्स कंपनी की स्टारलिंक उपग्रह इंटरनेट सेवा अब यूक्रेन में ”सक्रिय” है। मस्क ने यूक्रेन के डिजिटल परिवर्तन (ट्रांसफॉर्मेशन) मंत्री के एक ट्वीट के जवाब में यह घोषणा की। मंत्री ने कहा था कि मस्क ”मंगल ग्रह का उपनिवेश” करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि रूस यूक्रेन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। मंत्री ने मस्क से उनके देश को स्टारलिंक स्टेशन से जोड़ने का आह्वान किया था।