विश्व परिचारिका दिवस….

©तिलक तनौदी ‘स्वच्छंद’
हे परिचारिका!
तुम ही हो निहारिका
तेरे हाथों से अनेक जीवन
को उजाला मिला।
अनेक चेहरे
खुशियों से खिला।
सामान्य व संक्रामक
हर एक बीमारी
बड़े से बड़ा महामारी
पर सदा पड़ती भारी।
अपने आप की
परवाह किए बिना
अडिग हो तान सीना
रोग-रोगी के निकट
जाकर करती उपचार,
साथ रखती मृदु व्यवहार।
ऐसे व्यक्तित्व का
आओ करें सम्मान।
हे नर्स! तेरी जय
बिना किसी भय,
तुम तत्पर रहती
सेवा भाव से
कर्म करती महान।
आप में अधिक संज्ञान
साथ चिकित्सा विज्ञान
आपने रोग को
जड़ से मिटाई
आपके लगन, त्याग,
समर्पण की दुहाई,
आपको नर्सेज दिवस की
हार्दिक बधाई।
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