🔊 Listen to this ©गायकवाड विलास परिचय- मिलिंद महाविद्यालय लातूर, महाराष्ट्र रोटी ने किया मजबूर और ग़रीबी ने छीन लिया बचपन, और ये ज़माना कहता है की, ग़रीबी में संस्कारों की कमी है। हाथों में किताबें लेने की उम्र में,हम रोटी के लिए तरस रहे थे, ऐसे हालातों में हम औरों के किताबें … Continue reading और ये ज़माना कहता है…
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