अंजान सा रहता हूं…

🔊 Listen to this ©प्रा.गायकवाड विलास परिचय- मिलिंद महाविद्यालय, लातूर, महाराष्ट्र     इतनी भीड़ में भी इक अंजान सा रहता हूं, सच्चाई का दर्पण लेकर जो में फिरता हूं।   बदले जमाने के संग संग जीना मुश्किल हो गया है, आज का ये ज़माना,जाने किस धुन में खो गया है।   इन्सानों का शहर … Continue reading अंजान सा रहता हूं…