बेग़ाना हैं…

🔊 Listen to this ©बाबू भंडारी “हमनवा’  परिचय- बल्लारपुर, महाराष्ट्र.     ये कैसी ख्व़ाहिश हैं के मिटती नहीं। इक पल के लिए भी…..   तुम्हारी याद दिल से हटती नहीं। हर पल खोए रहते तुम्हारी तबस्सुम भरी याद में। जैसे माहताब के दीदार हो पूनम भरी रात में। ये कैसी मुहब्बत आई हमारे नादान-ए-ज़िन्दगी … Continue reading बेग़ाना हैं…