🔊 Listen to this ©अशोक कुमार यादव परिचय- मुंगेली, छत्तीसगढ़. आना मेरे घर में तुम भैया, आपको निमंत्रण देती हूँ। आकर प्रीति भोज खाना, पकवान बनाकर रखी हूँ।। जल्दी आना, देर मत करना, मैं राह तुम्हारे देखूँगी। मेरे भैया आ रहे हैं, अपनी सखी-सहेलियों से कहूँगी।। शुभ आसन पर बिठाकर, रोली से … Continue reading भाई दूज : भाई-बहन का स्नेह…
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