भाई दूज : भाई-बहन का स्नेह…
©अशोक कुमार यादव
परिचय- मुंगेली, छत्तीसगढ़.
आना मेरे घर में तुम भैया, आपको निमंत्रण देती हूँ।
आकर प्रीति भोज खाना, पकवान बनाकर रखी हूँ।।
जल्दी आना, देर मत करना, मैं राह तुम्हारे देखूँगी।
मेरे भैया आ रहे हैं, अपनी सखी-सहेलियों से कहूँगी।।
शुभ आसन पर बिठाकर, रोली से तिलक लगाऊँगी।
बाँधकर हाथ में मौली, लंबी उम्र की कामना करूँगी।।
मंगलमय होगा, सुख आएगा, सारी इच्छाएँ पूरी होगी।
यमराज का भय नहीं रहेगा, जीवन में समृद्धि मिलेगी।।
यह भाई-बहन का त्यौहार, स्नेह का बंधन है अटूट।
आतिथ्य स्वीकार करो, भक्ति और आदर है अद्भुत।।
उपवास रहूँगी सुबह से, तोडूँगी आप आओगे तभी।
रक्षा करने दौड़े चले आना, दुःख में पुकारूँगी कभी।।
🔥 सोशल मीडिया
फेसबुक पेज में जुड़ने के लिए क्लिक करें
https://www.facebook.com/onlinebulletindotin
व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/Cj1zs5ocireHsUffFGTSld
ONLINE bulletin dot in में प्रतिदिन सरकारी नौकरी, सरकारी योजनाएं, परीक्षा पाठ्यक्रम, समय सारिणी, परीक्षा परिणाम, सम-सामयिक विषयों और कई अन्य के लिए onlinebulletin.in का अनुसरण करते रहें.
🔥 अगर आपका कोई भाई, दोस्त या रिलेटिव ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन में प्रसारित किए जाने वाले सरकारी भर्तियों के लिए एलिजिबल है तो उन तक onlinebulletin.in को जरूर पहुंचाएं।
ये खबर भी पढ़ें: