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साइबर फ्रॉड बिजली काटने का भय दिखा कर कर रहे ठगी, जानें कैसे बनाते हैं शिकार | ऑनलाइन बुलेटिन

रांची | [झारखंड बुलेटिन] |  झारखंड में साइबर फ्रॉड गर्मी में बिजली की किल्लत से छटपटा रहे लोगों को अपना शिकार बना रहा है। जमशेदपुर में बिजली काट देने की धमकी देकर कई लोगों को साइबर फ्रॉड ने अपना आसान निशाना बनाया है। साइबर फ्रॉड ने उन लोगों के खाते से 10 लाख से ज्यादा की रकम उड़ा ली है। जमशेदपुर शहर में अब तक शहर में 8 लोगों को शिकार बनाया है, जिसमें 1 लाख रुपए से अधिक राशि ठगे जाने वाले 3 लोगों ने केस दर्ज कराया है।

 

सर्वाधिक ठगी 4.77 की हुई है। आदित्यपुर के कल्पनापुरी निवासी सुनील कुमार के बैंक खाते से साइबर ठगों ने बार-बारी से 4.77 लाख रुपये की निकासी कर ली। अमलगम कंपनी के कर्मचारी ने कांड्रा थाना मे अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।

 

जानें कैसे बनाया शिकार

 

मंगलवार को सुनील के मोबाइल पर बिजली बिल बकाया होने का मैसेज आया था। कुछ देर बाद किसी ने फोन कर क्वीक सपोर्टेट एप डाउनलोड करने को कहा। डाउनलोड के बाद आइडी व पिन मांगा, साथ ही दस रुपये का भुगतान करने को भी कहा गया। इसके बाद बारी-बारी से आठ बार निकासी करते हुए खाते से 4,77,410 रुपये की निकासी कर ली। पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है।

 

बिहार झारखंड की सीमा पर एक्टिव है गिरोह

 

पुलिस को साइबर अपराधियों के कॉल डिटेल से पता चला है कि अब तक जितने लोगों का ठगी का शिकार बनाया गया, सबके पास बिहार के देवघर और बांका की सीमा से ही फोन आया है। इसके अलावा देवघर दुमका से भी गिरोह का संचालन किया जा रहा है। जितने भी कॉल आए हैं वे इन्हीं इलाकों से आए हैं।

 

प्रमोद मंडल का है गिरोह

 

जांच में पता चला है कि इस मॉडस में काम करने वाला गिरोह अंतराज्यीय साइबर अपराधी प्रमोद मंडल का है। उसके ही गिरोह के सदस्य झारखंड-बिहार की सीमा को ठिकाना बनाकर वहां से कॉल करते हैं। झारखंड के दुमका जिले में सरैया घाट के पास एक गांव है सलजोर बंदरी। अधिकतर सदस्य इसी गांव के हैं। ये एक अंजान नंबर से एसएमएस देते हैं। उसमें कनेक्शन काटने की चेतावनी होगी। उसमें मोबाइल नम्बर देते हैं। इसके बाद फर्जी लिंक देंगे। एप डाउनलोड करने के बाद आइडी-पासवर्ड मांगेगा और ठग लेंगे।


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