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दिग्विजय सिंह का बड़ा दावा राजगढ़ से 400 प्रत्याशियों से नामांकन दाखिल कराने का प्रयास, ताकि चुनाव बैलट पेपर से हो सके

राजगढ़

मध्यप्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने  बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि वह राजगढ़ से 400 प्रत्याशियों से नामांकन दाखिल कराने का प्रयास कर रहे हैं ताकि चुनाव बैलट पेपर से हो। सिंह ने यह बात सुसनेर के कचनारिया गांव में एक नुक्कड़ सभा के दौरान लोगों से यह पूछने के बाद कही कि वे क्या चाहते हैं, चुनाव ईवीएम (इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) से या मतपत्र से हो।

दिया यह तर्क
बैलट पेपर से चुनाव करवाने के नारे लगा रही भीड़ से दिग्विजय सिंह ने कहा कि इसके (बैलट पेपर से चुनाव) लिए एक ही रास्ता है। अगर 400 उम्मीदवार नामांकन पत्र भरें। उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए तैयारी कर रहा हूं। सामान्य वर्ग के उम्मीदवार को 25,000 रुपये की जमानत राशि जमा करनी होगी, जबकि आरक्षित श्रेणियों के लोगों को 12,500 रुपये जमा करने होंगे। सिंह ने कहा कि इस तरह, राजगढ़ में मतपत्र के माध्यम से चुनाव होंगे, देखते हैं क्या होता है।

प्रत्येक ईवीएम में प्रति निर्वाचन क्षेत्र नोटा सहित अधिकतम 384 उम्मीदवार हो सकते हैं। एक बैलेट यूनिट में नोटा सहित कुल 16 उम्मीदवार आ सकते हैं और 24 ऐसी इकाइयों को एक साथ नियंत्रण इकाई से जोड़ा जा सकता है। दिग्विजय सिंह अपनी आठ दिवसीय 'वायदा निभाओ यात्रा' पदयात्रा के पहले दिन बोल रहे थे। सिंह ने चुनावों के लिए ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध किया है और भारतीय जनता पार्टी की जीत के लिए इसकी उपस्थिति को जिम्मेदार ठहराया है।

वहीं पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में, दुर्ग के एक भाजपा नेता ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर ईवीएम को बाधित करने के कदम के बारे में बोलने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बघेल राजनांदगांव से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। पत्र में, भाजपा नेता ने बघेल पर पार्टी कार्यकर्ताओं से यह कहने का आरोप लगाया कि यदि 384 से अधिक उम्मीदवार एक सीट से चुनाव लड़ते हैं तो निर्वाचन आयोग मतपत्र के माध्यम से चुनाव कराने के लिए मजबूर होगा।

 


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