.

एजुकेशन सेंटर बने कोरोना हब : संक्रमित बच्चों में ज्यादातर कोचिंग जाने वाले स्टूडेंट; अफसर बोले- होगी रेंडम जांच l ऑनलाइन बुलेटिन

बिलासपुर l (छत्तीसगढ़ बुलेटिन) l कोरोना का संक्रमण शहरी क्षेत्रों के साथ ही गांव में तेजी से फैल रहा है। कोरोना वायरस इस बार बच्चों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि संक्रमितों में 15 फीसदी से ज्यादा बच्चे हैं। यही वजह है कि राज्य शासन व जिला प्रशासन ने स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करा दिया है। इसके साथ ही शासकीय व निजी संस्थानों में वर्क फ्राम होम के आदेश दिए गए हैं लेकिन, जिला प्रशासन के निर्देश के बाद भी यूनिवर्सिटी में न तो वर्क फ्राम होम लागू किया गया है और न हीं कक्षाएं बंद की गई है। इसी तरह शहर के कोचिंग सेंटर्स भी बेधड़क संचालित हो रहे हैं।

 

बिलासपुर में जिला प्रशासन ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर गाइडलाइन जारी किया है। स्कूल के साथ ही कॉलेज और कोचिंग सेंटरों में भीड़ को नियंत्रित करना है। हालांकि, एग्जाम फार्म जमा करने के लिए कॉलेजों को छूट दी गई है। लेकिन, यूनिवर्सिटी और कोचिंग सेंटरों में नियमों को ताक में रखकर कक्षाएं लगाई जा रही है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी भी जारी किया है और कार्रवाई करने की बात भी कही है।

 

cmho बोले गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर होगी कार्रवाई

 

cmho डॉ. प्रमोद महाजन ने कहा कि शहर में संचालित कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं कोरोना वायरस से संक्रमित मिल रहे हैं। कोचिंग सेंटर में कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट भी कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं। पढ़ाई से ज्यादा जरूरी स्वास्थ्य है। गाइडलाइन का पालन नहीं करने वाले संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

कोचिंग सेंटरों की होगी जांच

 

बच्चों में संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। प्रतिदिन औसतन 25 से 30 बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं। जबकि, निजी अस्पतालों में इलाज कराने बच्चों की कोरोना जांच नहीं हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बताते हैं कि कोरोना जांच कराने की सलाह देने के बाद भी पेरेंट्स रूचि नहीं ले रहे हैं। ऐसे में पता चला है कि बच्चे कोचिंग सेंटर जाकर संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। cmho डॉ. महाजन ने कहा कि मॉनिटरिंग टीम के साथ कोचिंग सेंटरों की रेंडम जांच की जाएगी।

 

ggu में भी लगातार संक्रमित हो रहे स्टूडेंट

 

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं भी लगातार कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के रोज के आंकड़ों और ट्रेवल हिस्ट्री से यह बात सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन को इसकी जानकारी देते हुए आवश्यक कदम उठाने को कहा है।

 

ट्रेवल हिस्ट्री से खुला राज

 

cmho डा. प्रमोद महाजन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के दौरान संक्रमित होने वाले मरीजों के ट्रेवल हिस्ट्री भी जुटाने का प्रयास कर रही है। ताकि, पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आने वालों की पहचान कर जांच की जा सके। जांच के दौरान पता चला है कि ज्यादातर बच्चे कोचिंग सेंटर्स जा रहे हैं और संक्रमण की चपेट में आ गए हैं।


Back to top button