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कोरबा जिले में 61 सिंचाई योजनाओं का हो रहा विस्तार | Newsforum

रायपुर |  कोरबा जिले में वर्तमान में 73 निर्मित सिंचाई योजनाओं और अन्य 15 हजार 695 सिंचाई योजनाओं से 44 हजार 834 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई हो रही है। 48 निर्माणाधीन योजनाओं से 10 हजार 657 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार होगा, जिससे 7.91 प्रतिशत सिंचाई में वृद्धि होगी। नवीन मद अंतर्गत 13 योजनाओं से दो हजार 835 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई होगी, जिससे सिंचाई क्षमता 2.10 प्रतिशत बढ़ जाएगी। इन सभी योजनाओं के पूरा हो जाने से कुल सिंचाई क्षमता बढ़कर 58 हजार 326 हेक्टेयर हो जाएगी। जिले में सिंचित रकबा दुगना करने के लिए 48 निर्माणाधीन योजनाओं में से डी.एम.एफ. निधि से 22 योजनाएं संचालित की जा रही है, जिससे सिंचाई क्षमता सात हजार 647 हेक्टेयर हो जाएगी। डी.एम.एफ से निर्माणाधीन योजनाएं तथा कृषि विभाग द्वारा प्रस्तावित योजनाओं को शामिल करते हुए जिले का सिंचाई रकबे में 27 हजार 822 हेक्टेयर बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा गया है।

 

कोरबा जिले में सिंचाई सुविधा बढ़ाने और भू-जल संरक्षण और संवर्धन के लिये जल स्त्रोतों, नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। जिले में 61 नए सिंचाई योजनाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे जिले की सिंचाई क्षमता में 10 प्रतिशत की वृद्धि होगी। इन योजनाओं में 48 निर्माणाधीन एवं 13 नवीन मद की योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं के पूरा हो जाने से जिले की सिंचाई क्षमता 30 प्रतिशत से बढ़कर 43 प्रतिशत हो जाएगी। वर्तमान में एक वृहद जल परियोजना हसदेव बांगो परियोजना तथा अन्य 72 परियोजनाओं के अंतर्गत सिंचाई की जा रही है। नवीन परियोजनाओं के पूरा हो जाने से कुल 134 जल परियोजनाओं हो जाएंगी। इससे जिले में सिंचाई क्षमता में वृद्धि होगी।

 

 

जिले में 48 निर्माणाधीन जलाशय एवं व्यपवर्तन योजनाओं में विकासखण्ड कटघोरा में 12, पोड़ी-उपरोड़ा में नौ, पाली में 12, कोरबा में 11 एवं विकासखण्ड करतला में चार योजनाएं निर्मित की जा रहीं हैं। 13 नवीन मद की योजनाओं के अंतर्गत विकासखण्ड कटघोरा में एक, पोड़ी-उपरोड़ा में तीन, पाली में पांच एवं विकासखण्ड कोरबा में चार योजनाएं शामिल हैं। सिंचाई क्षमताओं में विस्तार के लिए विकासखण्ड कटघोरा में कटघोरा व्यपवर्तन, गंगदेई व्यपवर्तन एवं तेंदुवाही व्यपवर्तन का विस्तार किया जा रहा है साथ ही खोलार नाला स्टॉप डेम, तेलसरा ऐनिकट, फुलझर स्टॉप डेम, कर्रानाला जलाशय, नानबांका स्टॉप डेम, तिलईकुंडी स्टॉप डेम, लक्ष्मण नाला एनिकट का भी विस्तार किया जा रहा है। इसी प्रकार विकासखण्ड पोड़ी-उपरोड़ा में रामपुर जलाशय, पाथा जलाशय, पुटवा व्यपवर्तन, कछुआ नाला एनिकट, नवामुड़ा स्टॉप डेम, खुंटापारा स्टॉप डेम, पनगंवा स्टॉप डेम, जलके स्टॉप डेम एवं कुम्हारी सानी एनिकट का विस्तार भी किया जा रहा है। विकासखण्ड पाली में खारून व्यपवर्तन, लोटनापारा व्यपवर्तन, मसुरिहा जलाशय, उतरदा जलाशय एवं कटसिरा जलाशय, मुनगाडीह एनिकट, गणेशपुर स्टॉप डेम एवं धोबीनाला स्टॉप डेम का विस्तार किया जा रहा है। विकासखण्ड कोरबा में सिंचाई क्षमता में विस्तार के लिए किए जा रहे निर्माण योजनाओं में धवननाला व्यपवर्तन, कोलगा जलाशय, सिंमकेंदा जलाशय, करूमौहा जलाशय एवं परसाखोला व्यपवर्तन, लबेद जलाशय, तुर्री नाला स्टॉप डेम, गहनिया स्टॉप डेम, फुलसरी जलाशय, गिरारी नहर, डोमनाला जलाशय एवं चिर्रा व्यपवर्तन शामिल हैं। विकासखण्ड करतला में बोरईनाला व्यपवर्तन, गिधौरी जलाशय एवं घिनारा व्यपवर्तन का विस्तार किया जा रहा है।

 

सिंचाई क्षमता में 30 प्रतिशत से बढ़कर हो जाएगी 43 प्रतिशत

©मस्तूरी से राम गोपाल भार्गव की रपट 


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