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गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया BJP में शामिल, अंबरीश डेर ने भी पहना केसरिया पटका

अहमदाबाद
गुजरात में एक दिन पहले कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा देने वाले पार्टी के दिग्गज नेता रहे अर्जुन मोढवाडिया ने बीजेपी में शामिल हो गए हैं। गांधीनगर में बीजेपी के प्रदेश कार्यालय कमलम् में मोढवाडिया ने प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के हाथों पटका पहना। मोढवाडिया के साथ अमरेली जिले के राजुला से विधायक रहे पूर्व कांग्रेस नेता अंबरीश डेर भी बीजेपी में शामिल हो गए। दोनों नेताओं ने 4 मार्च को कांग्रेस छोड़ी थी। अर्जुन मोढवाडिया 2022 के चुनावों में पोरबंदर से जीत थे। उन्होंने विधानसभा की सदस्यता छोड़ने के साथ कांग्रेस के साथ अपना 40 साल का नाता तोड़ लिया था।

समर्थकों के साथ पहुंचे कमलम्
कांग्रेस के दोनों नेता अपने समर्थकों के साथ बीजेपी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे। इसके बाद भारत माता की जय और वंदे मातरम् के नारों के बीच अर्जुन मोढवाडिया और अंबरीश डेर ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण किया। इससे पहले बीजेपी के प्रदेश प्रमुख सी आर पाटिल ने सभी का स्वागत किया। सीआर पाटिल ने इस मौके पर कहा कि आप सभी पीएम नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए बीजेपी से जुड़ रहे हैं। इसके लिए मैं आपका स्वागत करता हूं। अर्जुन मोढवाडिया गुजरात कांग्रेस के दिग्गज नेता थे। वह 2004 के गुजरात विधानसभा में पीएम मोदी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान नेता विपक्ष के पद पर थे। मोढवाडिया पिछले विधानसभा चुनावों में तीसरी बार पोरबंदर से जीते थे।

मोढवाडिया-डेर से बीजेपी हुई मजबूत
अर्जुन मोढवाडिया के कांग्रेस छोड़ने से जहां पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है तो वहीं बीजेपी उनके शामिल होने से पोरबंदर में मजबूत हुई है। बीजेपी ने लोकसभा चुनावों में पोरबंदर की सीट से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने राज्य की तमाम लोकसभा सीटों को पांच लाख मतों के अंतर से जीतने का लक्ष्य रखा है, तो वहीं राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि राजुला से बीजेपी के मौजूदा विधायक हीरा सोलंकी भावनगर से लोकसभा के उम्मीदवार हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में विधानसभा सीट खाली होने पर अंबरीश डेर फिर राजुला के विधायक बन सकते हैं।

40 साल तक कांग्रेस से जुड़े रहे मोढवाडिया

गुजरात में सबसे वरिष्ठ और सबसे प्रभावशाली विपक्षी नेताओं में से एक मोढवाडिया (67) लगभग 40 वर्ष तक कांग्रेस से जुड़े रहे। वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष भी रहे। मोढवाडिया ने 2022 के चुनावों में पोरबंदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के दिग्गज नेता बाबू बोखिरिया को हराया था।

मोढवाडिया के इस्तीफे के साथ ही 182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर 14 रह गई है। मोढवाडिया पिछले चार महीनों में चिराग पटेल और सीजे चावड़ा के बाद इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीसरे विधायक हैं। पटेल ने दिसंबर और चावड़ा ने जनवरी में इस्तीफा दिया था।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को संबोधित एक पत्र में, मोढवाडिया ने कहा कि अयोध्या में 'बालक राम' के 'प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव' के निमंत्रण को अस्वीकार करके, पार्टी नेताओं ने न केवल भारत की जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाई, बल्कि पार्टी लोगों की भावनाओं का आकलन करने भी विफल रही।”

मोढवाडिया कहा कि उन्होंने 11 जनवरी को इस मुद्दे पर अपनी असहमति व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस पार्टी ने अयोध्या में महोत्सव का बहिष्कार करके भगवान राम का अपमान किया, उससे उनके जैसे कई लोग आहत थे।

कांग्रेस छोड़कर राहत महसूस कर रहे मोढवाडिया

मोढवाडिया ने कहा कि अब वह राहत महसूस कर रहे हैं। मोढवाडिया ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस से इस बात के लिए आत्मनिरीक्षण करने को कहा है कि उनके जैसा वरिष्ठ नेता पार्टी से क्यों अलग हो गया।

मोढवाडिया ने गांधीगर में पत्रकारों से कहा, "जब कोई पार्टी लोगों के साथ अपना संबंध खो देती है, तो वह एक एनजीओ बन जाती है। मैंने तब भी आवाज उठाई थी जब कांग्रेस ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण का अपमान किया था। मैंने नेताओं से कहा था कि इस तरह के फैसलों से हमें नुकसान होगा। मैंने अपनी भावनाओं से नेतृत्व को अवगत कराने की कोशिश की, लेकिन मैं असफल रहा।” 


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