गुरु एक; रूप अनेक…

🔊 Listen to this ©पूनम सुलाने-सिंगल परिचय- महाराष्ट्र से….   अज्ञान के अंधियारे में कदम हमारे भटके होते जो सही समय पर हमें गुरु हमारे ना मिले होते   सबसे पहला रूप गुरु का माता-पिता है होते जो जीवन देकर हमको जीवन जीने का ज्ञान है देते   शब्दों का ज्ञान दिलाने शिक्षक ही गुरु … Continue reading गुरु एक; रूप अनेक…