कलयुगी अभिमन्यु…

🔊 Listen to this ©पद्म मुख पंडा  परिचय- रायगढ़, छत्तीसगढ़   सांसारिकता के चक्रव्यूह में, करके प्रवेश, युद्धरत अभिमन्यु की तरह, घिरा हुआ हूं, स्थिति है बड़ी भयावह!   प्रयत्न कर रहा हूं, चक्रव्यूह भेदकर, दुर्दम भय, द्वेष, अहंकार का सिर विच्छेद कर, निकल कर दूर किसी शान्त पहाड़ी पर, होकर ध्यानस्थ बुद्धमय हो जाऊं! … Continue reading कलयुगी अभिमन्यु…