ख़ामोशी…

🔊 Listen to this ©बाबू भंडारी “हमनवा’  परिचय- बल्लारपुर, महाराष्ट्र.   ज़िन्दगी में कभी ग़म है तो कभी खुशी है। कभी बड़बोली तो कभी ख़ामोशी है।।   बहारों के संग कभी फ़िजा मदहोशी है। यही ज़िन्दगी जीने की भी दिलकशी है।।   दिल तो हमारा हमेशा रहता है बे‌चैन। ख़ामोशी के बिना नहीं मिलता दिल … Continue reading ख़ामोशी…