माँ की अभिलाषा…

🔊 Listen to this ©हिमांशु पाठक, पहाड़ परिचय- नैनीताल, उत्तराखंड.   हे वीर पुत्र! ये ध्यान रहे। रण भूमि में, जो जाना तुम। या तो अरि का,मस्तिस्क विदीर्ण कर, रक्त सज्ज खडग,संग आना तुम। या फिर वीर,धराशायी हो, रणभूमि में, सो जाना तुम। पर कायर बन,रणभूमि से , तुम,पीठ दिखा कर ,मत आना तुम। यदि … Continue reading माँ की अभिलाषा…