नयनों में आंसुओं की सौगात…

🔊 Listen to this ©प्रा.गायकवाड विलास परिचय- मिलिंद महाविद्यालय, लातूर, महाराष्ट्र   रफ्ता रफ्ता गुज़र रहे है जिंदगी के हर पल, चारों दिशाओं में मची हुई है ये कैसी हलचल।   भीगी पलकें टूटें अरमां जिंदगी हुई है बेहाल, समझ न आयी किस्मत तेरी अदाएं है बड़ी कमाल।   सदियां बीतीं आज भी है हम … Continue reading नयनों में आंसुओं की सौगात…