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अब और मजबूत होगी भारत की समुद्री सीमा की सुरक्षा, Defense Ministry ने 15 गश्ती विमान खरीदने को दी मंजूरी

 नई दिल्ली
 केंद्र की मोदी सरकार देश के रक्षा कवच को और पुखता बनाने में लगी है। इसके लिए बड़े-बड़े रक्षा सौदें भी किए जा रहे हैं। इस कड़ी में रक्षा मंत्रालय ने भारतीय नौसेना के लिए 9 समुद्री निगरानी विमान और भारतीय तटरक्षक बल के लिए 6 समुद्री गश्ती विमान खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

 रक्षा सूत्र की माने तो 15 समुद्री गश्ती विमान मेड इन इंडिया सी-295 परिवहन विमान पर बनाए जाएंगे और परियोजनाओं की लागत लगभग 29,000 करोड़ रुपये है।

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रस्तावित अधिग्रहण में 15 समुद्री गश्ती विमानों का निर्माण भी शामिल है,जो देश के अंदर ही निर्मित C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट पर आधारित होगा। सूत्रों ने बताया कि सरकार का यह कदम 'मेक इन इंडिया'अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य आत्मनिर्भर  भारत की सुरक्षा जरूरतों को पूरा करना और  रक्षा उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाना है।

एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, इन परियोजनाओं का अनुमानित मूल्य ₹29,000 करोड़ है। भारतीय नौसेना और तटरक्षक बेड़े में इन नए गश्ती विमानों के शामिल होने से समुद्री निगरानी, टोही और गश्ती क्षमताओं में इजाफा होने की उम्मीद है।

बता दें कि भारतीय वायु सेना ने हाल ही में स्पेन में निर्मित पहला C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट अपने बेड़े में शामिल किया है। स्पेन से ऐसे 16 एयरक्राफ्ट और आने हैं। इसके अलावा 40 C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट का उत्पादन मेक इन इंडिया योजना के तहत गुजरात के वडोदरा में किया जाएगा। इसे टाटा ग्रुप विकसित करेगी। रक्षा मंत्रालय की नई खरीद मंजूरी से नौसेना और तटरक्षक निगरानी क्षमताओं को बढ़ाने वाले टाटा एयरबस की खरीद संख्या मौजूदा 56 से बढ़कर 71 हो जाएगी।


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