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जिले में 31 हजार 445 हेक्टयर क्षेत्र में फोर्टिफाईड धान, मक्का, दलहन, तिलहन, कोदोकुटकी, रागी उत्पादन की योजना | Newsforum

बिलासपुर राजीव गांधी किसान योजना के तहत् खरीफ 2021 से धान के साथ मक्का, कोदोकुटकी, सोयाबीन, अरहर तथा गन्ना उत्पादक कृषकों को प्रतिवर्ष 9 हजार रूपये प्रति एकड़ आदान सहायता राशि दी जायेगी। वर्ष 2020 में जिस रकबे से किसान द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया गया था यदि वह उस रकबे में धान के बदले कोदोकुटकी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन-तिलहन, सुंगधित धान, अन्य फोर्टिफाईड धान, केला, पपीता लगाता है अथवा वृक्षारोपण करता है तो उसे प्रति एकड़ 10 हजार रूपये आदान सहायता राशि दी जायेगी। वृक्षारोपण करने वाले कृषकों को तीन वर्षों तक यह राशि प्राप्त होगी।

 

राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत् जिले में खरीफ वर्ष 2020 में पंजीकृत धान के रकबे में धान के बदले अन्य किस्म सुगंधित धान, जिंक धान, जैविक धान, दलहन-तिलहन एवं गन्ना फसल को बढ़ावा देने हेतु कार्य योजना बनाई गई है। जिसके तहत् 31 हजार 445 हेक्टयर से अधिक क्षेत्र में इन फसलों का उत्पादन किया जायेगा।

 

उप संचालक कृषि बिलासपुर ने बताया कि खरीफ वर्ष 2020 में जिले के बिल्हा, मस्तूरी, कोटा, तखतपुर विकासखण्ड में किसानों का एक लाख 33 हजार 961 हेक्टयर रकबा पंजीकृत था, जिसमें एक लाख 25 हजार 784 हेक्टयर धान का रकबा था। इस पंजीकृत रकबे में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत् 28 हजार 419 हेक्टयर में सुंगधित धान, 700 हेक्टयर में जैविक धान, 100 हेक्टयर में जिंक धान, 775 हेक्टयर में मक्का, 100 हेक्टयर में कोदोकुटकी, 25 हेक्टयर में रागी, 1082 हेक्टयर में दलहन और 244 हेक्टयर में तिलहन उत्पादन की कार्ययोजना बनाई गई है।

 

जिसके लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। किसानों एवं बीज निगम के पास 16 हजार 223 क्विंटल विभिन्न फसलों के बीज उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि जिले में खरीफ वर्ष 2020 में 42 हजार 38 हेक्टयर धान का रकबा अपंजीकृत था। इस रकबे में भी धान के बदले सुगंधित, जैविक एवं जिंक धान उत्पादन हेतु कार्ययोजना बनाई गई है। जिसके लिए किसानों के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।

©बिलासपुर से शैलेन्द्र बंजारे की रपट  


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