राज़दां…

🔊 Listen to this ©बिजल जगड परिचय- मुंबई, घाटकोपर   इलाज इस दिल-ए-दर्द-आश्ना का क्या कीजिए, बहा के सभी उदासियां बेझिझक गले लगाया कीजिए।   न जाने क्या मेरे जख्मों में वो भी देख बैठे है , दिल की राख कुरेद कर,चराग़ न जलाया कीजिए।   हमने अपने गम से,दर्द से यूं रिश्ता बहाल रखा … Continue reading राज़दां…