वाल्मीकि समाज को अछूत बताकर मैरिज गार्डन देने से इनकार, 200 लोगों के साथ धर्म परिवर्तन की चेतावनी l ऑनलाइन बुलेटिन
शिवपुरी (मध्यप्रदेश) l ऑनलाइन बुलेटिन l मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में वाल्मीकि समाज (Valmiki Samaj) को अछूत बताकर शादी समारोह के लिए मैरिज गार्डन नहीं देने का मामला सामने आया है। शहर के दर्जन भर मैरिज गार्डन संचालकों ने वाल्मीकि समाज परिवार को शादी समारोह के लिए अपना गार्डन देने से इनकार कर दिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर उनके हिन्दू होने के बावजूद हिन्दू ही उनसे इस तरह का व्यवहार करेंगे तो उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। पीड़ित परिवार के लोग इन सभी पर कार्रवाई करने के लिए प्रशासन ने गुहार लगाई है। कार्रवाई नहीं होने पर 200 लोगों के साथ धर्म परिवर्तन की चेतावनी दी है। पूरा मामला शिवपुरी जिले के पिछोर का है।
दरअसल वाल्मीकि समाज से ताल्लुक रखने वाले एक युवक अमर पुत्र जगदीश घावरी की 30 जनवरी 2022 को होने वाली शादी और शेरसिंह की पुत्री की 16 दिसम्बर को होने वाली सगाई के लिए मैरिज गार्डन देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि वह लोग अछूत हैं।
अमर घावरी का कहना है कि अगर उनके हिन्दू होने के बावजूद हिन्दू ही उनसे इस तरह का व्यवहार करेंगे तो उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। बकौल अमर यदि मैरिज गार्डन संचालकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कि गई तो वह शादी के बाद 200 लोगों के साथ धर्म परिवर्तन कर लेंगे। उन्हें ऐसा करने से कोई नहीं रोक पाएगा।
मैरिज गार्डन बुक नहीं, फिर भी किया देने इनकार
अमर ने मामले की शिकायत एसडीएम को दर्ज कराई है। जिसमें उल्लेख किया गया है कि जब उन्होंने दूसरे समाज के लोगों से गार्डन बुक करवाने की बात संचालकों के करवाई तो वह मैरिज गार्डन बुक करने तैयार हो गए। लेकिन जब मैरिज गार्डन संचालकों को यह पता चला कि गार्डन हम लोगों की शादी के लिए बुक की जा रही है तो उन्होंने गार्डन बुक होने का बहाना बनाया जबकि रजिस्टर चेक करने पर कोई बुकिंग नहीं थी।
दूसरों के नाम पर टेंट बुक कर घर से हुई सगाई
अमर की चचेरी बहन व शेर सिंह की बेटी की सगाई आज हुई है। अमर ने फोन पर दी जानकारी में बताया है कि उन्होंने सगाई का यह आयोजन घर पर ही दूसरों के नाम पर टेंट, पानी के टैंकर आदि बुक करके किया है।
नगर परिषद सीएमओ को मिला जांच का जिम्मा
पिछोर एसडीएम जेपी गुप्ता (Pichor SDMJP Gupta) ने कहा कि मुझे शिकायत मिली है। मैने शिकायत नगर परिषद सीएमओ को जांच के लिए दी है। जांच उपरांत मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।