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राजस्थान में पुरानी पेंशन बहाली, सरकारी कर्मचारियों की असली दीपावली- गुरुदीन वर्मा | ऑनलाइन बुलेटिन

पिण्डवाड़ा | [ राजस्थान बुलेटिन ] | पिण्डवाड़ा के निकटवर्ती गांव नांदिया के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के सरकारी कर्मचारियों ने एक दूसरे का मिठाई से मीठा मुहँ कराकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा 2004 के बाद शिक्षकों के लिए पुरानी पेंशन बहाली पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए राजस्थान सरकार को धन्यवाद दिया। बता दें कि पुरानी पेंशन को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपाई (भारतीय जनता पार्टी) ने अप्रैल 2005 के बाद के नियुक्तियों के लिए पुरानी पेंशन को बंद कर दिया था। जिसके बाद से देशभर के सरकारी कर्मचारी अपने हक के लिए आंदोलन कर रहे हैं।

 

स्थानीय विद्यालय के व्याख्याता अनिल कुमार प्रजापत ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को उनकी बुढ़ापे की लाठी वापस देकर एक सम्मानजनक भविष्य दिया है।

 

स्थानीय गांव के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाध्यापक जयंती लाल माली ने गहलोत सरकार द्वारा 2004 के बाद नियुक्त सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन फिर से बहाल करने पर ख़ुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सरकारी कर्मचारियों का सच्चा हितैषी बताया।

स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. रमेश कुमार खंडेलवाल ने भी राज्य सरकार द्वारा पुरानी पेंशन बहाल करने पर राज्य सरकार और अपने स्टाफ को बधाई दी।

 

साहित्यकार , शिक्षक एवम राजस्थान शिक्षक संघ(प्रगतिशील),पिण्डवाड़ा के ब्लॉक प्रवक्ता गुरुदीन वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 2004 के बाद नियुक्त सरकारी कर्मचारियों के लिए फिर से पुरानी पेंशन लागू करना पूरे देश में एक ऐसा ऐतिहासिक फैसला है जो इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जायेगा।

 

क्योंकि कांग्रेस की गहलोत सरकार ने असम्भव कार्य को सम्भव किया है तथा इससे अन्य राज्यों की सरकारें और केंद्र सरकार भी अपने 2004 के बाद नियुक्त सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन लागू करने का जरूर फैसला लेगी । राजस्थान में 2004 के बाद नियुक्त सरकारी कर्मचारियों के लिए असली दीपावली तो गहलोत सरकार लाई है।

 

इस अवसर पर स्थानीय विद्यालय के स्टाफ के नारायण लाल प्रजापत , सज्जन सिंह, लक्ष्मण सिंह, हनवंत सिंह, मंजीत सिंह, गजेन्द्र गिरी, सूरज प्रकाश सोनी, पूजा शर्मा , वर्षा रावल, नरेन्द्र सिंह, गणेश कुमार गुर्जर, सुशीला देवी आदि कर्मचारी उपस्थित थे।

 


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