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Sarkari Yojna : इन तीन राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि से फसल नुकसान का मुआवजा देगी सरकार, जानें किसानों को कहां करना होगा आवेदन…

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Sarkari Yojna : नई दिल्ली | [सरकारी योजना] | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन : बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से देश के कई राज्यों में गेहूं और सरसों की खड़ी फसल को नुकसान हुआ है। इससे किसान परेशान हैं। किसानों की परेशानी को समझते हुए राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर किसानों को मुआवजे का ऐलान कर रही हैं. इसके लिए अधिकारियों को सर्वे करने के निर्देश दिये गये हैं. हाल ही में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं. ऐसे में हरियाणा राज्य सरकार ने किसानों को मुआवजा सहायता देने की घोषणा की है. सरकार किसानों के साथ खड़ी है और उन्हें हरसंभव सहायता देगी ताकि उनके नुकसान की भरपाई हो सके।

 

बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से हरियाणा में गेहूं और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है. किसानों को हुए नुकसान से राहत दिलाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों से अपील की है कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान की जानकारी ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज कराएं, उनके नुकसान की भरपाई की जाएगी. किसान इस पोर्टल पर फसल नुकसान की जानकारी 15 मार्च 2024 तक अपलोड कर सकते हैं. (Sarkari Yojna)

 

मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन आवश्यक

 

(Registration required on Meri Fasal Mera Byora portal) फसल नुकसान मुआवजे को लेकर राज्य सरकार ने कहा है कि किसानों को अपनी फसल को हुए नुकसान के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर (my crop my details portal) रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसके लिए परिवार पहचान पत्र को आवश्यक दस्तावेज के रूप में अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य सरकार ने अभी तीन जिलों अंबाला, यमुनानगर और पंचकुला के लिए मुआवजा पोर्टल खोला है। ऐसे में इन तीनों जिलों के किसान अपनी फसल का मुआवजा पाने के लिए 10 मार्च तक आवेदन कर सकते हैं.

 

 

राज्य के किसानों को कैसे मिलेगा फसल नुकसान का मुआवजा (How will farmers of the state get compensation for crop loss?)

 

जिन किसानों की फसलें बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण खराब हो गई हैं। सबसे पहले उन्हें नुकसान की जानकारी खुद पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। इसके बाद राजस्व अधिकारी किसान के खेत में सर्वे का काम करेंगे. रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद किसानों के बैंक खाते में फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा. राज्य के जो किसान फसल नुकसान का मुआवजा पाना चाहते हैं। वे पोर्टल की वेबसाइट https://ekshatipurti.haryana.gov.in/ पर तय समय से पहले जाकर अपनी फसलों के नुकसान का विवरण भरें. हरियाणा सरकार ने पहले ही शर्तें तय कर दी हैं कि फसल नुकसान का मुआवजा केवल उन्हीं किसानों को दिया जाएगा जिनका पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर होगा।(Sarkari Yojna)

 

राज्य में फसलों को कितना नुकसान हुआ है?

 

(How much damage has been done to crops in the state?) राज्य में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की खड़ी फसल को नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि बारिश और ओलावृष्टि का असर प्रदेश के 570 गांवों में देखने को मिला है. इसमें से अनुमान है कि 200 से ज्यादा गांवों की करीब 3 लाख हेक्टेयर गेहूं और सरसों की फसल को नुकसान हुआ है. हालांकि, कृषि विभाग की ओर से अभी तक नुकसान का कोई स्पष्ट आंकड़ा जारी नहीं किया गया है. किसानों की समस्या को देखते हुए राज्य सरकार ने विशेष गिरदावरी का काम 15 मार्च तक बढ़ा दिया है. राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हाल ही में हुई बारिश के बाद गिरदावरी का काम पहले से ही चल रहा है. राज्य। अब वर्तमान बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए विशेष गिरदावरी के आदेश दिए गए हैं, जो 15 मार्च 2024 तक पूरी की जाएगी।(Sarkari Yojna)

 

किसानों को कितना मिलेगा मुआवजा?

 

(How much compensation will farmers get) हरियाणा में जिन किसानों ने फसल बीमा नहीं कराया है, उन्हें 75 प्रतिशत से अधिक फसल नुकसान होने पर 15,000 रुपये प्रति एकड़ और 50 से 75 प्रतिशत तक फसल नुकसान होने पर 12,000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने का प्रावधान है। जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत (Prime Minister Crop Insurance Scheme) अपनी फसलों का बीमा कराया है, उन्हें योजना के नियमों के अनुसार 33 प्रतिशत या उससे अधिक नुकसान पर मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी।

 

उत्तर प्रदेश में भी फसल नुकसान के सर्वेक्षण के निर्देश

 

(Instructions for survey of crop loss in Uttar Pradesh also) हाल ही में यूपी में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को किसानों की फसलों को हुए नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं, ताकि उनके नुकसान की भरपाई की जा सके. प्रदेश के सभी जिलों में सर्वे का काम चल रहा है. फसल क्षति के अलावा आकाशीय बिजली से हुई जनहानि एवं पशुहानि का भी सर्वेक्षण किया जा रहा है, ताकि प्रभावित लोगों को मुआवजा दिया जा सके. (Sarkari Yojna)

 

किसान राहत पोर्टल पर डाटा अपलोड किया जाएगा

 

(Data will be uploaded on Farmer Relief Portal) प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरु प्रसाद ने बताया कि सीए के निर्देशानुसार बारिश और ओलावृष्टि से फसल क्षति का सर्वेक्षण कार्य जल्द पूरा कर लिया जायेगा. इसके अलावा जो किसान सर्वेक्षण से वंचित रह जायेंगे, उनके लिए विशेष क्षेत्रीय शिविर का आयोजन किया जायेगा. इसके डाटा से संबंधित जानकारी राहत पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। राहत आयुक्त जीएस नवीन के मुताबिक, झांसी, इटावा, ललितपुर, सहारनपुर समेत सभी जिलों में नुकसान का आकलन किया जा रहा है.

 

मुआवजे की रकम 24 घंटे के अंदर खाते में डालने का प्रयास किया जाएगा

 

(Efforts will be made to credit the compensation amount into the account within 24 hours) सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश में कहा है कि संबंधित विभाग को विवरण उपलब्ध कराया जाए ताकि 24 घंटे के अंदर किसानों के खाते में मुआवजा राशि भेजी जा सके. सीएम के आदेश के अनुपालन में सोमवार को सहारनपुर के जिलाधिकारी समेत अधिकारियों ने किसानों से संपर्क किया और खेतों में जाकर फसल क्षति का जायजा लिया.

 

मध्य प्रदेश में भी मौसम की मार से फसलों को भारी नुकसान, मुआवजे की मांग  (Madhya Pradesh also suffers heavy loss to crops due to weather, demand for compensation)

 

हरियाणा और उत्तर प्रदेश की तरह मध्य प्रदेश के भी कई जिलों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है. मध्य प्रदेश के गुना जिले में तूफान के साथ भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की खड़ी रबी फसल को नुकसान हुआ है. यहां तेज हवा के कारण गेहूं और सरसों की फसल खेतों में बिछ गई है, जिससे उत्पादन प्रभावित हो सकता है. इसके अलावा ओलावृष्टि और बारिश से धनिया और मसूर की फसल को भारी नुकसान हुआ है. जिले के कंचनपुरा, खायवदा, पुरा पोसर, विंख्याई, सकतपुर, किशनगढ़ और मैना समेत दर्जनों गांवों में फसल खराब होने की खबर है.

 

किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. किसानों ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि अब तक प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी उनके पास सर्वे के लिए नहीं पहुंचा है. गुस्साए किसानों ने नेशनल हाईवे 46 और स्टेट हाईवे को जाम कर दिया. किसानों ने राज्य और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का आह्वान किया है. इधर, फसल नुकसान को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सांसद केपी यादव ने किसानों को आर्थिक मदद का आश्वासन दिया है. इतना ही नहीं सांसद केपी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर किसानों को मुआवजा देने की मांग की है. गुना कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने बताया कि ओलावृष्टि से 15 गांव प्रभावित हुए हैं. नुकसान का सर्वे गुना एसडीएम द्वारा कराया जा रहा है।(Sarkari Yojna)

 

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