🔊 Listen to this ©अशोक कुमार यादव परिचय- मुंगेली, छत्तीसगढ़. सतरंगी रंग म नहाके निकले, अपसरा के आँखी चमके मोती। दौना पान जईसे ममहावय देंह, चंदा के अंजोर बगरे सबो कोती।। हरियर-हरियर लुगरा पहिने, झूलना, झूलत हें फूलवारी। अंग म सोलह सिंगार करके, नाचत आवत हें सावन सुन्दरी।। कोनों गावैं मया-पिरीत के … Continue reading सावन सुन्दरी…
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed