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वैज्ञानिकों को मिला 48,500 साल से भी ज्यादा पुराना Zombie Virus दुनिया में जल्द दस्तक दे सकती है एक नई महामारी | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

नई दिल्ली | [वर्ल्ड बुलेटिन] | Zombie Virus: फ्रांस के वैज्ञानिकों को रूस के साइबेरिया इलाके के पर्माफ्रॉस्ट से 2 दर्जन से ज्यादा वायरस सैंपल मिले हैं, जमी हुई बर्फ में कई हजार साल तक रहने के बावजूद वे संक्रामक बने रहे और इसे पुनर्जीवित करने के बाद एक और महामारी की संभावना वैज्ञानिकों ने जताई है। जिनका उन्होंने परीक्षण किया है। जिनमें से एक झील के नीचे जमा हुआ था और वह करीब 48,500 साल से ज्यादा पुराना है। जिसका नाम Zombie Virus (जॉम्बी वायरस) बताया जा रहा है।

 

वैज्ञानिकों ने लंबे समय से चेतावनी दी हुई है कि एटमॉस्फेरिक वार्मिंग की वजह से पर्माफ्रॉस्ट से पिघलने से मीथेन जैसी पहले से फंसी हुई ग्रीनहाउस गैसें बाहर आ जाएंगी और Zombie Virus (जॉम्बी वायरस) से पर्यावरण और खराब हो जाएगा। लेकिन सुप्त पैथोजेन्स पर इसके असर के बारे में जानकारी अभी कम है।

रूस, जर्मनी और फ्रांस की रिसर्च टीमों ने कहा कि उनके रिसर्च किए Zombie Virus (जॉम्बी वायरस) को पुनर्जीवित करने का जैविक जोखिम पूरी तरह जीरो था, क्योंकि उन्होंने टारगेट ही ऐसे स्ट्रेन को किया था। खासकर वे जो अमीबा माइक्रोब्स को संक्रमित कर सकते थे। एक वायरस जो जानवरों या इंसानों को संक्रमित कर सकता है, वह बहुत ज्यादा परेशानी वाली चीज है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि खतरे को वास्तविक दिखाने के लिए उनके काम को अलग किया जा सकता है।

 

पर्माफ्रॉस्ट के पिघलने से बढ़ेगा खतरा

 

उन्होंने प्रीप्रिंट रिपॉजिटरी बायोरेक्सिव पर पोस्ट किए गए एक आर्टिकल में लिखा कि ‘हो सकता है कि प्राचीन पर्माफ्रॉस्ट पिघलने के बाद इन वायरस को रिलीज करे’। फिलहाल इस आर्टिकल की समीक्षा नहीं की गई है। इसमें कहा गया, ‘बाहरी स्थितियों में आने के बाद एक वायरस कितने समय तक इन्फेक्शन फैला सकता है, इनको कैसे रोका जा सकता है और एक अंतराल में कोई शख्स कितनी बार संक्रमित हो सकता है इसका अनुमान लगाना अभी भी असंभव है।’

Zombie Virus

उन्होंने आगे कहा कि ‘लेकिन ग्लोबल वॉर्मिंग के मामले में यह रिस्क उस वक्त बढ़ता जाएगा जब पर्माफ्रॉस्ट पिघलती चली जाएगी और ज्यादा से ज्यादा लोग इंडस्ट्रियल वेंचर्स के कारण आर्कटिक को आबाद करेंगे। ’

 

ग्लोबल वार्मिंग का असर

 

प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, ”ग्लोबल वार्मिंग अपरिवर्तनीय रूप से पर्माफ्रॉस्ट, स्थायी रूप से जमी हुई जमीन, जो उत्तरी गोलार्ध के एक-चौथाई हिस्से को कवर करती है, के विशाल क्षेत्रों को पिघला रही है। इसका ‘दस लाख वर्षों तक जमे हुए कार्बनिक पदार्थों को छोड़ने’ का अस्थिर प्रभाव पड़ा है। संभवतः घातक रोगाणु शामिल हैं।”

 

सबसे पुराना, पैंडोरावायरस येडोमा (Pandoravirus yedoma) 48,500 साल पुराना था। यह एक जमे हुए वायरस के लिए रिकार्ड उम्र है, जहां यह अन्य प्राणियों को संक्रमित कर सकता है। यह 2013 में उन्हीं वैज्ञानिकों द्वारा साइबेरिया में पहचाने गए 30,000 साल पुराने वायरस के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ता है। वहीं, अब वैज्ञानिकों को रूस के साइबेरिया इलाके के पर्माफ्रॉस्ट से Zombie Virus (जॉम्बी वायरस) मिला है।

 

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