सिलेंडर पे बढ़ते दाम silendar pe badhate daam
©नीलोफ़र फ़ारूक़ी तौसीफ़
परिचय– मुंबई, आईटी सॉफ्टवेयर इंजीनियर.
सिलेंडर गैस पे बढ़ते दाम,
महंगाई डायन एक ही नाम।
कौन बढ़ाया कैसे बढ़ा आख़िर,
खाए आम, गुठली का क्या काम।
हर दिन बन गयी है जंग,
खोने लगा है अब उमंग,
हर दिन कहता है ये सिलेंडर,
ख़तरे की निशानी है लाल रंग।
लकड़ी और गोइठा(उपला) जलाएं,
फिर उसी दुनिया को लौट आएं,
सभी मिलकर खाना बनाए,
शौक़ से खाएं, मज़े उड़ाएँ।
rising price on cylinder
rising price on cylinder gas,
Dearness witch same name.
Who grew, how did he grow?
Eat mango, what is the use of kernels?
Every day has become a war,
Now the enthusiasm has started to lose,
Every day this cylinder says,
The red color is a sign of danger.
Burn wood and cowpea (upla),
Then come back to that world,
Let’s all cook together
Eat with pleasure, have fun.