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दलित लेखक संघ की दसवीं कार्यकारिणी का चुनाव सम्पन्न, हीरालाल राजस्थानी सरंक्षक, डॉ. राजकुमारी चुनी गईं अध्यक्ष | Newsforum

नई दिल्ली | दलित लेखक संघ की दसवीं कार्यकारिणी का चुनाव गत 10 जुलाई 2021 दिन शनिवार को के-803 मंगोलपुरी दिल्ली में सम्पन्न हुआ। चुनाव में सर्वसम्मति से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, महासचिव आदि चुने गए। पिछले कार्यकाल में सरंक्षक रहे हीरालाल राजस्थानी के कार्यों को देखते हुए संघ सदस्यों ने उन्हें एक बार फिर सरंक्षक की कुर्सी सौंप दी। सरंक्षक हीरालाल राजस्थानी ने सदस्यों का आभार जताया और उनके विश्वास पर आगे भी खरा उतरने और संघ के विकास के लिए कार्य करने की बात उन्होंने कही।

 

दलित लेखक संघ की दसवीं कार्यकारिणी के चुनाव मे डॉ. राजकुमारी का अध्यक्ष पद पर चयन हुआ। उपाध्यक्ष चन्द्रकान्ता सिवाल ‘चन्द्रेश’ व हरपाल सिंह भारती, महासचिव पद पर रवि निर्मला सिंह, सचिव बलविंदर सिंह ‘बलि’, जावेद आलम खान, कुसुम सबलानिया व सरिता संधू को चुना गया। कोषाध्यक्ष पद पर डॉ. अमित धर्मसिंह, सलाहकार मण्डल में मामचंद रिवाड़िया, चित्रपाल और श्रीलाल बौद्ध जी को सर्वसम्मति से रखा गया।

 

अध्यक्षीय भाषण में डॉ. राजकुमारी ने कहा कि दलेस {दलित लेखक संघ} लोकतांत्रिक मूल्यों पर टिका हुआ संगठन है। हमें इन मूल्यों के साथ आगे बढ़ना है। समय, समाज और साहित्य के प्रति दलेस सदस्यों के प्रगतिशील दृष्टिकोण की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। हमें संगठन के प्रति अपने दायित्वों को प्राथमिकता देते हुए काम करने की ज़रूरत है।

 

सरंक्षक हीरालाल राजस्थानी ने दलेस {दलित लेखक संघ} संगठन के इतिहास को याद करते हुए अपने अब तक के अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि दलेस जाति, धर्म, लिंग से परे मानवीय मूल्यों का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन है। जिसमें हर किसी का स्वागत है। हमें अधिकारों और कर्तव्यों के बीच वैचारिक सन्तुलन और ईमानदारी को प्रश्रय देना चाहिए।

 

उपाध्यक्ष चन्द्रकान्ता सिवाल ‘ चंद्रेश ‘ ने समस्त कार्यकारिणी को बधाई देते हुए संगठन की आगामी योजनाओं पर प्रतिबद्ध हो कर काम करने की ज़रूरत की ओर ध्यान दिलाया। उपाध्यक्ष हरपाल सिंह भारती ने संगठन की ज़रूरत पर बल देते हुए कहा कि समतामूलक समाज की स्थापना के लिए हमें संगठित हो कर प्रयास करने पड़ेंगे।

 

महासचिव रवि निर्मला सिंह ने संविधान की प्रस्तावना में दर्ज ‘हम भारत के लोग’ की महती भावना को आत्मसात करने पर बल दिया। संगठन के उद्देश्य प्राथमिक हैं। इन उद्देश्यों की पूर्ति ही हम सबका साध्य होना चाहिए।

 

कोषाध्यक्ष अमित धर्मसिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा कि किसी संगठन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि हम उस से तन, मन और धन से जुड़े। वैचारिक और आर्थिक दोनों ही स्तर पर हमें बढ़ चढ़ कर काम करना है और हम करेंगे भी।

 

दलेस सदस्य के तौर पर डॉ. टेकचंद, सत्यनारायण, डॉ. दीपा, डॉ. गीता, सुनीता राजस्थानी, हंसराज बड़सीवाल, गुलफ्शा सिद्दकी, अशोक कुमार और ममता जयंत को चुना गया। कार्यकारिणी के चुनाव के साथ साथ कोर कमिटी और दलेस के मुखपत्र प्रतिबद्ध पत्रिका के सम्पादक मण्डल का चुनाव भी किया गया। इस अवसर पर डॉ. अमित धर्मसिंह द्वारा संपादित प्रतिबद्ध के सयुंक्ताक का लोकार्पण भी किया गया।

©Neeraj Singh Kardam, Bulandshahr, Uttar Pradesh

©नीरज सिंह कर्दम, बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश         


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