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मां ने कुत्तों के बीच छोड़ा, जानवरों ने दिखाई इंसानियत, ठुठरती रात में पिल्लों की गर्माहट ने बचाई नवजात की जान l ऑनलाइन बुलेटिन

बिलासपुर l ऑनलाइन बुलेटिन l मुंगेली जिले के लोरमी में हुई एक घटना की चर्चा पूरे देश में है। यहां कुत्तों के बच्चों के बीच एक नवजात बच्ची मिली है। जबरदस्त ठंडी रात में बच्ची इन्हीं जानवरों के बीच सुरक्षित रही। बच्ची की मां या परिजनों ने इसके साथ वहशियों जैसा सलूक करते हुए इसे मरने के लिए छोड़ दिया। मगर जानवरों ने इंसानियत दिखाई, बच्ची को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया।

 

एक या दो दिन पहले ही जन्मी इस बच्ची को बिना कपड़ों के कोई यहां छोड़ गया। कुत्तों ने बच्ची को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।

लोरमी के सारिसताल गांव की इस घटना को लेकर प्रदेश भर में चर्चा है। जो कोई इस घटना के बारे में सुन रहा है बातें कर रहा है। सुबह के वक्त गांव वालों की नजर खेत के किनारे पैरावट पर पड़ी तो यहां कुत्ते के पिल्लों के बीच बच्ची रोती मिली। लोगों ने बताया कि आधी रात के वक्त कोई बच्ची को छोड़कर भाग गया होगा। कुत्ते के छोटे बच्चे एक दूसरे पर लिपट कर या दुबक कर सोते हैं इससे उन्हें गर्माहट मिलती है, बच्ची को भी पिल्लों ने ऐसे ही दुबकाकर अपने करीब रखा, इसी गर्माहट से खुले आसमान के नीचे ओस बरसती रात में बिना किसी कपड़े के बच्ची सुरक्षित रही।

 

मिला नया नाम, अब नई जिंदगी देने की तैयारी

 

अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि नवजात को यहां किसने लाकर छोड़ा है। ग्रामीणों ने नवजात मिलने की खबर लोरमी थाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को अस्पताल भेजा, पता चला कि बच्ची बिल्कुल स्व्स्थ्य है। चाइल्ड लाइन मुंगेली की टीम इस बच्ची को लेकर गई। अब बच्ची बाल कल्याण समिति की देखरेख में रहेगी। बच्ची का नाम आकांक्षा रखा गया है ।

 

स्पेशल डीजी बोले- कार्रवाई करें

बच्ची के इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस के सीनियर IPS अफसर स्पेशल डीजी आरके विज ने भी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा कि- इस बच्ची के मां-बाप को खोजकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।


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