🔊 Listen to this ©गायकवाड विलास परिचय- लातूर, महाराष्ट्र अपने घर का अच्छा बुरा तुम हरपल सोचते हो, अपनों के लिए ही तुम यहां हरपल जी रहे हो। अपनों के लिए सोचना आद्य कर्तव्य है तुम्हारा मगर, अपने मां भारती को तुम क्युं यहां अनदेखा करते हो? मेरी तुम्हारी और अपने बच्चों की … Continue reading ये वतन ही हमारा…
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