राष्ट्रगान की गूंज में…

🔊 Listen to this ©गायकवाड विलास परिचय- मिलिंद महाविद्यालय लातूर, महाराष्ट्र   सुवर्ण महोत्सव आजादी का मनाने के लिए बेताब है हम सब, मगर उसी आज़ादी का सूरज,आज भी कई गांव ढूंढ रहे है।   गद्दार,बेईमान और हुकूमशाहों की है ये आज़ादी, आम इन्सानों की आवाजें तो यहां कब की बंद हुई है।   पढ़ा … Continue reading राष्ट्रगान की गूंज में…