बनने चली विश्व भाषा जो….!

🔊 Listen to this संकल्नकर्ता:- अर्जुन खुदशाह परिचय:-बिलासपुर छत्तीसगढ़   बनने चली विश्व भाषा जो, अपने घर में दासी, सिंहासन पर अंग्रेजी है, लखकर दुनिया हांसी,   लखकर दुनिया हांसी, हिन्दी दां बनते चपरासी, अफसर सारे अंग्रेजी मय, अवधी या मद्रासी, गूंजी हिन्दी विश्व में गूंजी हिन्दी विश्व में, स्वप्न हुआ साकार; राष्ट्र संघ के … Continue reading बनने चली विश्व भाषा जो….!