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देश के 50वें प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ भी करते थे ‘मूनलाइटिंग’, रेडियो जॉकी के तौर पर भी कर चुके हैं काम, और जानें | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

नई दिल्ली | [नेशनल बुलेटिन] | CJI (देश के 50वें प्रधान न्यायाधीश) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) अपने फैसलों के साथ-साथ हल्के- फुल्के अंदाज में बात करने के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) देश की न्याय व्यवस्था में ऐसे काम किए हैं जो कि इतिहास बन गए हैं। न्याय का उनका सामेशी तरीका हमेशा ही चर्चा का विषय रहता है और कानूनी मामलों से जुड़े लोग उनकी तारीफ करते नहीं थकते। 

 

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) शोषण के खिलाफ और मौलिक अधिकारों के लिए संवेदनशील होने के लिए भी जाने जाते हैं। वह कई बार सोशल मीडिया पर भी अपने विचार व्यक्त करते हैं। वहीं लंबे समय से वह इस क्षेत्र में हैं।

 

अयोध्या और सबरीमाला जैसे मामलों के फैसले में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) की अहम भूमिका रही है। उनकी शिक्षा पहले दिल्ली विश्वविद्यालय और फिर हारवर्ड यूनिवर्सिटी से हुई है। इसके बाद उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करना शुरू किया था।

 

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) का करियर एक जूनियर एडवोकेट के तौर पर शुरू हुआ था जो कि वकीलों और जजों को असिस्ट किया करते थे। साल 2000 तक वह बॉम्बे हाई कोरट् के जज बन गए और इसके बाद उन्हें इलाहाबाद हाई कोर्ट में चीफ  जस्टिस बनाया गया। करियर के हिसाब से देखों को उनका अब तक का सफर ऐसा ही रहा है। हालांकि उन्होंने अपने प्रोफेशनल लाइफ के अलावा भी काम किया है और संगीत में उनकी खासी रुचि है।

 

 

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) ने एक कार्यक्रम के दौरान बताया कि वह ऑल इंडिया रेडियो में रेडियो जॉकी के तौर पर ‘मूनलाइटिंग’ भी कर चुके हं। वह रेडियो पर प्ले इट कूल, डेट विद यू और संडे रिक्वेस्ट जैसे कार्यक्रम होस्ट किया करते थे।

 

आपको बता दें कि मूनलाइटिंग का मतलब होता है एक नौकरी करते हुए छिपाकर दूसरी नौकरी भी करना। वह कोर्ट में नौकरी भी करते थे और ऑल इंडिया रेडियो में जाकर कार्यक्रम भी होस्ट करते थे।

 

उन्होंने कहा, बहुत सारे लोगों को पता नहीं है लेकिन मैं रेडियो जॉकि के तौर पर मूनलाइटिंग भी करता था। उनकी एक क्लिप बार ऐंड बेंच के ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट की गई। जस्टिस चंद्रचूड़ कहत हैं, ‘बहुत सारे लोगों को नहीं पता है लेकिन मैं रेडियो जॉकी के तौर पर ऑल इंडिया रेडियो में मूनलाइटिंग भी कर चुका हूं।

 

आज भी मेरा संगीत प्रेम बरकरार है। कानून के क्षेत्र में संगीत सुनना मुश्किल होता है इसलिए जब मैं घर जाता हूं तो संगीत का आनंद लेता हूं।’ बता दें कि पिछले महीने ही जस्टिस चंद्रचूड़ ने सीजेआई का पद संभाला है। 9 नवंबर को उनका एक महीना पूरा होगा।

 

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