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बुर्का और हिजाब वाली कथित छात्राओं को लेकर प्रिंसिपल ममता दीक्षित के रोने से मामले ने पकड़ा तूल, सीसीटीवी फुटेज में सामने आई असलियत | ऑनलाइन बुलेटिन

आगरा | [उत्तर प्रदेश बुलेटिन] | आगरा कैंट स्थित जॉय हैरिस गर्ल्स इंटर कॉलेज में कार्यवाहक प्रधानाचार्य और शिक्षिकाओं के विवाद में शुक्रवार को प्रशासन की एंट्री हो गई। डीआईओएस मनोज कुमार ने मामला संज्ञान में आते ही विद्यालय पहुंचे थे। सीसीटीवी फुटेज में कोई बालिका हिजाब पहने नजर नहीं आ रही है।

 

एक दिन पहले कार्यवाहक प्रधानाचार्य ममता दीक्षित का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें ममता दीक्षित सुबकते हुए स्कूल की समुदाय विशेष की शिक्षिकाओं पर उन्हें मानसिक रूप से उत्पीड़ित करने की बात कह रही थीं।

 

 

उन्होंने वीडियो में यह आरोप भी लगाया था कि स्कूल में पढ़ने वाली समुदाय विशेष की बालिकाएं हिजाब पहनकर विद्यालय आती हैं और उसी समुदाय की शिक्षिकाएं उन्हें प्रोत्साहित करती हैं। मंगलवार को विधायक डॉ. जीएस धर्मेश, एसीएम प्रथम दिव्या सिंह व डीआईओएस मनोज कुमार विद्यालय पहुंच गए। तीनों ने दोनों पक्षों की बात सुनी।

 

ममता दीक्षित पर अवैध फीस वसूली का लगा आरोप

 

स्कूल में अंग्रेजी की शिक्षिका रेहाना खातून ने प्रशासन की टीम को बताया कि दरअसल मामला कक्षा 1 से 8 तक की फीस वसूलने को लेकर शुरू हुआ। ममता दीक्षित ने फीस वसूलने को कहा तो हमने बताया कि शासन से आठवीं कक्षा तक की फीस माफ है। उनसे फीस वसूली को लेकर शासन से आया कोई लिखित आदेश मांगा तो नहीं दिखा सकीं। इसके बाद उन्होंने यह प्रपंच रचा।

 

हिजाब पहनकर आने का कोई प्रमाण नहीं मिला

 

डीआईओएस मनोज कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही वह विद्यालय पहुंचे थे। सीसीटीवी फुटेज में कोई बालिका हिजाब पहने नजर नहीं आ रही है। पूर्व में प्रबंध समिति के साथ दो बार बैठकर मामले को सुलझाने की कोशिश की थी। परंतु एक बार फिर कार्यवाहक प्रधानाचार्य और शिक्षिकाओं के बीच विवाद की स्थिति बनी है। स्कूल में शैक्षिक वातावरण बना रहे, इसके लिए जल्द मामले का पटाक्षेप कराया जाएगा।

 

हिजाब पहनने शिक्षक नहीं डालते दबाव

 

कार्यवाहक प्रधानाचार्या ममता दीक्षित शुक्रवार को भी अपने आरोपों पर कायम रहीं। उन्होंने एसीएम प्रथम, डीआईओएस, विधायक डॉ. धर्मेश के सामने वायरल वीडियो के आरोप सच बताए। दूसरी तरफ विद्यालय की छात्राओं का कहना था कि समुदाय विशेष की कोई भी शिक्षिका उन पर हिजाब पहनने के लिए दवाब नहीं डालती है। गौरतलब है कि विद्यालय में 28 शिक्षिकाओं में दो समुदाय विशेष की और करीब एक हजार छात्राओं में से मात्र 75 छात्राएं समुदाय विशेष की हैं।

 

मुख्यमंत्री से करेंगे निष्पक्ष जांच की मांग

 

स्कूल पहुंचे विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने कहा कि कार्यवाहक प्रधानाचार्य के आरोप गंभीर हैं। इस बारे में उन्होंने डीएम और एसएसपी से बात की है। मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाकर निष्पक्ष जांच की मांग की जाएगी।

 

बता दें कि शुक्रवार सुबुह एसीएम प्रथम दिव्या सिंह, डीआईओएस मनोज कुमार व विधायक डॉ. जीएस धर्मेश स्कूल पहुंच गए। प्रशासन और डीआईओएस ने मामले की विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद डीआईओएस ने जल्द से जल्द मामले को सुलझाने की बात कही।

 

 

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