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विश्व कैंसर दिवस आज, हर मिनट 17 लोगों की कैंसर से जा रही जान, भारत में हर 4 मिनट में एक महिला को स्तन कैंसर | newsforum

नई दिल्ली | जन सामान्य को कैंसर की जानकारी देने और इसके लक्षण और बचाव के बारे में जनजागरुकता लाने के उद्देश्य से 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। व्यापक प्रचार-प्रसार के बावजूद कैंसर हर मिनट 17 लोगों की जान ले रहा है।

 

सबसे घातक बीमारियों में से एक कैंसर तमाम वैज्ञानिक उपलब्धियों के बावजूद आज भी लोगों की जान ले रहा है। इस बीमारी के इलाज में जितनी गंभीरता की जरूरत है उतना जरूरी इसके बारे में जागरूकता होना भी है।

 

यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (यूआईसीसी) पिछले 88 वर्षों से दुनिया के 70 देशों में कैंसर से बचाव के लिए अभियान चला रहा है। इस बार की थीम ‘आए एम एंड आई विल’ है। देश से दुनियाभर के लोगों को संदेश दिया जा रहा है कि आप कोई भी हैं, आपका एक फैसला बेहद अहम है। दुनिया के हर व्यक्ति को कैंसर मुक्त दुनिया के लिए प्रण लेना होगा।

 

दुनियाभर में कैंसर के 1.93 करोड़ मामले यूआईसीसी की संस्था इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (आईएआरसी) द्वारा 17 दिसंबर को जारी ‘ग्लोबोकैन 2020’ की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 में दुनिया भर में कैंसर के करीब 1.93 करोड़ मामले सामने आए हैं जबकि एक करोड़ की मौत हो चुकी है।

 

5 में से 1 व्यक्ति को पूरे जीवनकाल में कैंसर होने का अनुमान है। 8 पुरुषों में से एक जबकि 11 महिलाओं में से एक महिला की मौत कैंसर से होती है। इसके अनुसार दुनियाभर में कैंसर की पुष्टि होने के बाद 5 साल तक करीब 5 करोड़ मरीज रहते हैं।

 

कैंसर…पर जिंदगी का अंत नहीं कैंसर को मात देने वाली शिवानी (23) वर्षीय बताती हैं कि 2018 19 जीभ में होने वाली स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा कैंसर की पुष्टि हुई। एक पल को लगा कि पूरी दुनिया का ही खत्म हो गई पर मैंने हिम्मत नहीं हारी।

 

बिना देर किए डॉक्टर से सलाह ली और ऑपरेशन में आधी जीभ काटनी पड़ी। डॉक्टरों ने हाथ की त्वचा से नई जीभ तैयार की। इसके बाद 50 दिनों तक रेडिएशन और कीमोथेरेपी की छह साइकिल से होकर गुजरी।

 

इलाज की प्रक्रिया ने मेरे शरीर और आत्मा को खंडित कर दिया था, लेकिन मैंने हार नहीं मानी। मैं अब पूरी तरह स्वस्थ हूं। कैंसर जिंदगी का अंत नहीं है। मजबूत इरादों और हौसलों से इसे हराया जा सकता है।

 

कैंसर को हराने के बाद नई जिंदगी शुरू होती है, जो बहुत खूबसूरत होती है। हिम्मत रखें, जीत मुकम्मल होगी। स्तन कैंसर अभिशाप से कम नहीं देश की महिलाओं में होने वाले सभी तरह के कैंसर में से 14 प्रतिशत मामले स्तन कैंसर के होते हैं। देश में हर 4 मिनट में एक महिला को स्तन कैंसर की पुष्टि होती है।

 

शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्तन कैंसर के मामले में तेजी से इजाफा हो रहा है। स्तन कैंसर के 50 प्रतिशत मामलों की पहचान तीसरे और चौथे स्टेज में होती है। 30 से 35 की उम्र में इसके होने की संभावना अधिक होती है। 28 में से एक महिला को एक बार स्तन कैंसर की संभावना होती है।


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