सबका जीवन तू मधुबन बना…

🔊 Listen to this ©रामकेश एम यादव परिचय- मुंबई, महाराष्ट्र.   ऐ! मालिक तेरे बन्दे हम, महंगाई को कर दे तू कम, भूखा न सोए, आँसू न पिए, न तड़पते हुए निकले दम। ऐ! मालिक तेरे बन्दे हम।   क्यों उड़ा आदमी का वो रंग, निशदिन लडता है जैसे वो जंग। रोजी -रोटी नहीं, वो … Continue reading सबका जीवन तू मधुबन बना…